खगड़िया का किला फतह, आसान नहीं होगी राह राजेश वर्मा के लिए ।



अश्वनी कुमार, समस्तीपुर 


हसनपुर : लोकसभा चुनाव को लेकर राजनितिक तापमान जोड़ों पर है . खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में भी सभी राजनीतिक दल जीत के समीकरण साधने में जुटे हैं. 2019 का चुनाव लोक जन शक्ति पार्टी के चौधरी महबूब अली कैसर ने जीता था. महबूब अली कैसर को इस चुनाव में 52.8% वोट मिले थे. वहीं दूसरे नंबर पर विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी रहे थे. मुकेश सहनी को इस चुनाव में 27.1% वोट मिले थे. चौधरी मेहबूब अली कैसर को 2019 के चुनाव में 510,193 वोट मिले थे. वहीं मुकेश सहनी को 261,623 मत मिले थे. 


खगड़िया लोकसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आई. यहां से पहला चुनाव कांग्रेस के जिया लाल मंडल ने जीता था.  2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के महबूब अली कैसर चुनाव जीते थे। लेकिन 2024 के चुनाव में लोजपा रामविलास ने चौधरी महबूब अली को बेटिकट करके राजेश वर्मा को टिकट दिया है। वहीं महागठबंधन ने सीपीआईएम ने संजय कुमार कुशवाहा को  टिकट दिया है। संजय कुमार कुशवाहा जातीय समीकरण में भी लोकसभा क्षेत्र में फिट बैठते हैं वहीं यादव, मुस्लिम और निषाद का वोट इन्हें मिल गया तो उन्हें खगड़िया लोकसभा का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल सकता है। इनके भाई और विभूतिपुर के विधायक अजय कुमार भी लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। संजय कुमार का स्थानीय होना उन्हे इस चुनाव में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है ।  दूसरे और राजेश वर्मा भागलपुर के निवासी हैं  और जाति से वैश्य की उपजाति सोनार से आते हैं। उन्हें टिकट देकर एनडीए ने वैश्य समाज को बिहार में साधने का प्रयास किया है। भागलपुर के उपमेयर रह चुके राजेश वर्मा भागलपुर से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार भागलपुर में इनका विवादों से काफी पुराना रिश्ता रहा है, कभी गुंडा बैंक के संचालन में तो कभी नगर निगम के अधिकारी के साथ नोकझोंक में भी इनका नाम रहा है। भागलपुर में इनका ज्वेलरी का कारोबार है और चिराग पासवान से वह काफी दिनों से जुड़े हैं जिसका ईनाम उन्हें लोकसभा का टिकट के रूप में मिला। हालांकि राजेश वर्मा के लिए खगड़िया का किला फतह करना आसान नहीं दिख रहा है एक तो उनके खिलाफ बाहरी उम्मीदवार का चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है वहीं जातीय समीकरण में भी वह कहीं से फिट नही बैठते हैं। उन्हें  सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के किए काम से लाभ हो सकता है लेकिन इससे खगड़िया का किला फतह नही हो सकता!


जातीय समीकरण


खगड़िया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 25  के अंतर्गत 06 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें सिमरी बख्तियारपुर , परबत्ता, बेलदौर, खगड़िया, अलौली , हसनपुर हैं।  जिसमें कुल 17.5  लाख से अधिक मतदाता लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदान के माध्यम से अपने सांसद का चयन करेंगे। इस सीट पर यादव वोटर ज्यादा हैं, जिनकी संख्या करीब 3.5 लाख है. वहीं डेढ़ लाख मुसलमान वोटर और डेढ़ लाख निषाद वोटर हर चुनाव में निर्णायक भूमिका में रहते हैं. कुर्मी और कुशवाहा दोनों जातियों के मतदाताओं को मिला दें तो इनकी संख्या ढाई लाख के करीब है. सवर्ण समुदाय के भी डेढ़ लाख वोटर्स हैं.

  

Related Articles

Post a comment