कटिहार : बेबस पिता का एसपी से गुहार।

कटिहार / मनसाही से प्रत्येक न्यूज के लिए सोनी कुमारी की रिपोर्ट।


पढ़ाई छुड़ाकर सालों से होटल में कराया जा रहा है काम। 



आवेदन में बयां किया परिवार बिखरने का दर्द। 



जमीन हड़पने के लिए भाई को ठहराया दोषी





कटिहार जिले के मनसाही प्रखंड क्षेत्र के एक पीड़ित अपने ही भाई के साजिश के शिकार एक बेबस पिता ने परिवार के बिखरने के बाद दर-दर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. कई जगह न्याय के लिए पदाधिकारियों के दफ्तर को न्याय की मंदिर समझ कर सर टेक चुके हैं. मगर विगत 8 सालों से इस पिता को ना तो अब तक न्याय मिल पाया है. और ना ही बेबस और गरीब लाचार पर किसी का दिल पसीजा है. थक हार कर यह पिता अब आरक्षी अधीक्षक कटिहार के दरवाजे पर पुन: एक बार न्याय के लिए दरवाजा खटखटाया है. पीड़ित पिता मनसाही थाना क्षेत्र के मरंगी पंचायत के चकमल गांव के रहने वाले शंकर साह है.शंकर साह परिवार के बिछड़ने का दर्द एवं उनके ऊपर हुए जुल्म तथा पुलिस द्वारा उन्हें प्रताड़ित करने को लेकर भी अपनी बातें आवेदन के जरिए आरक्षी अधीक्षक के समक्ष रखा है. दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है. कि उनके दो पुत्र हैं जो मनसाही के सरकारी स्कूल में पढ़ रहा था जिसकी उम्र 13 एवं 12 वर्ष था छोटी सी झोपड़ी में परिवार सुखी संपन्न था और खेती बारी का काम कर वह अपना परिवार चलाता था मगर उनकी खुशी उनके ही भाई मोहन साह को बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने जमीनी विवाद खड़ा कर पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया यहां तक की उनके जमीन में मकान भी खड़ा कर लिया। बीते 8 सालों में उन्हें कई कानूनी लड़ाई करना पड़ा और यहां तक की जेल भी जाना पड़ा। परिवार के बिखरने पर मां द्वारा बेटों के स्कूल छोरा कर उन्हें राजेश साह के होटल में काम करने के लिए रख दिया। पिता जेल से छूटने के बाद कई बार पत्नी और बच्चों से मिलने की कोशिश करते रहे मगर भाई की साजिश के कारण उनका परिवार अब तक एक नहीं हो पाया। उन्होंने आरक्षी अधीक्षक कटिहार से बेटों से मिलाने की गुहार लगाते हुए उनके मामले को गंभीरता से जांच करते हुए न्याय की गुहार लगाई है. दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो उनके पास स्वर्ग सुधारने के सिवा दूसरा कोई रास्ता नहीं है।

  

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