मधुबनी-बाल कल्याण समिति ने चार वर्षों से भटके बालक को परिजन को किया सुपुर्द

किशोर कुमार ब्यूरो 

मधुबनी बाल कल्याण समिति को बड़ी कामयाबी मिली हैं!चार वर्षों से भटके बालक के परिजनों को खोजकर बालक को परिवार वालों को सौंपा गया।12 वर्षीय विशेष बालक पंकज कुमार मई 2020 में घर से भटक गया था। परिजनों ने आसपास के इलाकों में काफी खोजबीन किया लेकिन बालक नहीं मिला।बालक अंधराठाढ़ी इलाके में चाइल्ड लाइन टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया। बालक मूक बधिर था वह पता बताने में असमर्थ था । चाइल्ड लाइन टीम ने बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। बाल कल्याण समिति में जब बालक की काउंसलिंग कराई गई तब संज्ञान में आया की बालक मानसिक रूप से विशेष है और बोलने में अक्षम है। बाल कल्याण समिति ने बालक को बाल गृह में रखने का आदेश दिया। बालक करीब चार वर्षों से मधुबनी बाल गृह में रह रहा था। इस दौरान बाल कल्याण समिति बालक के परिजनों को खोजने के लिए लगातार प्रयास में जुटा रहा। बालक का अखबार में विज्ञापन दिया गया लेकिन पता नहीं चल सका। विगत छह माह से पुनः बाल कल्याण समिति मधुबनी के अध्यक्ष बिन्दु भूषण ठाकुर द्वारा बालक का घर खोजने के लिए प्रयास शुरू किया गया । इस क्रम में उन्होंने बाल गृह कर्मियों को बालक के घर को खोजने के लिए आवश्यक प्रयास करने हेतु निर्देश दिया । अध्य्क्ष के निर्देश के आलोक में बालक का आधार कार्ड बनवाए जाने हेतु आवेदन किया गया जो रिजेक्ट हो गया।  फिर यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजा गया जहां से बालक का डुप्लीकेट आधार कार्ड जनरेट हो गया एवं बालक का पता मिल गया।बालक का नाम पंकज कुमार जो मधुबनी जिला के घोघरडीहा थाना क्षेत्र के नौआबाखर गांव का निवासी है। निश्चित रूप से करीब चार वर्ष से अपने घर से बिछड़े बालक के घर का पता चलना उल्लेखनीय उपलब्धि है । पता मिलने पर बाल कल्याण समिति ने बालक के परिजनों को सूचना दिया। बालक के परिवार वालो को आज समिति कार्यालय में कागजी प्रक्रिया पूरी कर बच्चे को सौंप दिया गया।इस कारवाई मे मधुबनी बाल कल्याण समिति अध्यक्ष बिन्दु भूषण ठाकुर,सदस्य मंटू कुमार,आलिया खुर्शीद रामभूषण पांडेय,जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक साहब रसूल बालगृह कर्मियों का सराहनीय भूमिका रहीं हैं।

  

Related Articles

Post a comment