मधुबनी-बच्चों को डायरिया से बचाने के लिए शुरू हुआ सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा


-आशाकर्मी प्रत्येक घरों में जाकर देंगी ओआरएस का पैकेट व जिंक की गोली


किशोर कुमार ब्यूरो 

मधुबनी-बच्चों को होने वाली विभिन्न रोगों एवं जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है ताकि शिशु मृत्य दर में कमी लायी  जा सके। इसी उद्देश्य से गुरुवार को सदर अस्पताल के प्रांगण में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का शुभारंभ जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने किया। उन्होंने बताया 1जून से शुरू सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा आगामी 15 जून तक चलेगा। इस दौरान आशा कार्यकर्ता जिले के सभी प्रखण्ड स्थित घरों में जा जा कर ओआरएस का पैकेट एवं जिंक की टैबलेट देंगी। जिन घरों में दस्त से पीड़ित बच्चे पाए गए उस घर में  2 पॉकेट ओआरएस एवं 14 जिंक की टैबलेट प्रदान की जाएगी। 0 से 5 साल के बच्चे अक्सर डायरिया से पीड़ित हो जाते है। उसी से बचाव को लेकर यह पखवाड़ा मनाया जाता है। जिले में 10,80,561 घरों में 7,84,197  बच्चों को लक्षित किया गया है। जिसके लिए विभाग द्वारा 8,77,228 ओआरएस एवं 349209 जिंक टेबलेट उपलब्ध कराई गई है।


ओआरएस एव जिंक की गोली जरूरी:


जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया कि गर्मी व बरसात के दिनों में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में डायरिया का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में प्राथमिक उपचार में  ओआरएस  घोल एवं जिंक का टैबलेट बहुत ही फायदेमंद होता है। उन्होंने बताया कि डायरिया के दौरान बच्चों में डिहाइड्रेशन की  समस्या हो जाती है जो बच्चों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है। ऐसे में 2 दिनों तक लगातार ओआरएस का  घोल एवं 14 दिनों तक लगातार जिंक की गोली बच्चों  के लिए फायदेमंद होती है। इससे बच्चों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि 0 से 6 महीना के बच्चों को दस्त हो जाये तो इसे दो दिनों तक लगातार ओआरएस का  घोल एवं आधा जिंक की गोली डेली देना है। 7 माह से 5 साल के बच्चे को घोल के साथ एक जिंक की गोली लगातार 14 दिनों तक देना है । 14 दिनों तक जिंक की गोली देने के बाद अगले तीन महीनों तक बच्चों को डायरिया होने का खतरा कम होता है। 


स्वच्छता को लेकर किया जाएगा जागरूक:


सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा उद्घाटन  कार्यक्रम में मौजूद यूनिसेफ के एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया कि बच्चों में डायरिया होने में  गंदगी की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि इस पखवाड़ा के दौरान आशा कार्यकर्ता ओआरएस एवं जिंक की गोली देने के साथ साथ स्वच्छता के प्रति भी जागरूक करेंगी । जिसमें  सही तरीके से हाथ धोने की जानकारी देंगी। साथ ही साथ घरेलू उपचार से बच्चे को डायरिया से पीड़ित होने से कैसे बचाया जाए ये भी जानकारी देंगी।


मौके पर सिविल सर्जन डॉ ऋषि कांत पांडे एसीएमओ डॉ आर के सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार झा, अस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजीद सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।

  

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