पांच दिवसीय गायत्री महायज्ञ का हुआ समापन।सबको दी गई बिदाई


रक्सौल- गायत्री शक्तिपीठ रक्सौल द्वारा 30 नवंबर से 4 दिसंबर तक आयोजित पांच दिवसीय 51कुंडीय गायत्री महायज्ञ के पांचवे रोज प्रज्ञायोग,जप तप, ध्यान, व्यायाम के साथ गायत्री महायज्ञ हुआ।रेलवे कॉलोनी में आयोजित महायज्ञ के पांचवे रोज वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ प्रारंभ हुआ। महायज्ञ में उपस्थित लोगों ने दीक्षा ग्रहण करने के बाद गुरु दक्षिणा भी दिया। उसके बाद हांथ उठाकर सभी श्रद्धालुओं ने बंदना किया।इसके साथ ही महायज्ञ की समाप्ति पूर्णाहुति के बाद किया गया।महायज्ञ के समाप्ति के बाद  शांतिकुंज हरिद्वार से आए विद्वान प्रवचनकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर चादर ओढ़कर समान्नित किया गया।  शांतिकुंज हरिद्वार से आए राजकुमार भृगु,रमाशंकर सिंह, सुनील बंशीधर ने उपस्थित जनसमूह को  प्रवचन देते हुए सभी लोगों से गायत्री मंत्र का नियमित जाप करने और हवन यज्ञ आदि करने का संकल्प दिलवाया।  इसकी जानकारी देते हुए गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य ट्रस्टी ध्रुव प्रसाद श्रीवास्तव ने देते हुए बताया कि महायज्ञ में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ हो रही है। प्रवचन में भी हजारों लोग सहभागी होकर ज्ञान प्राप्त किए।इस महायज्ञ में राजेश्वर प्रसाद,बिनोद कुमार गुप्ता,राजेश्वर प्रसाद, प्रो ब्रजनंदन प्रसाद,डा रघुनाथ प्रसाद, राजेश सर्राफ,राजेश हिन्दुजा सहित अनेक लोग सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

  

Related Articles

Post a comment