हसनपुर चीनी मिल के गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में जल-जमाव ना हो इसके लिए मृत बागमती की होगी उड़ाही



अश्वनी कुमार, समस्तीपुर


समस्तीपुर : समस्तीपुर के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के द्वारा हसनपुर चीनी मिल के गन्ना उत्पादन करने वाले क्षेत्रों में जल-जमाव की समस्या के निदान को लेकर अपने कक्ष में समीक्षा बैठक की गई। बैठक में बताया गया कि हसनपुर चीनी मिल के गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा होने पर जल-जमाव हो जाता है और बड़े पैमाने पर गन्ना की फसल प्रभावित हो जाति है। इस दौरान उपस्थित कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमंडल समस्तीपुर के द्वारा बताया गया कि इस समस्या के निजात के लिए मृत बागमती नदी के उड़ाही के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) जल संसाधन विभाग से मुख्यालय पटना को भेजा गया है। बैठक के दौरान इस डीपीआर की प्रति हसनपुर चीनी मिल के उप-महाप्रबंधक सुग्रीव पाठक को उपलब्ध कराई गई। जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया की हसनपुर चीनी मिल के उप-महाप्रबंधक इस डीपीआर का अध्ययन कर लें ताकि कोई क्षेत्र जल जमाव से ग्रसित नहीं रह सके। बताते चलें कि हसनपुर चीनी मिल के गन्ना उत्पादक क्षेत्र में से 37495 एकड़ भूमि अत्यधिक वर्षा के दौरान अत्यधिक वर्षा के दौरान जल जमाव से ग्रसित हो जाती है जिसके चलते गन्ना उत्पादक किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। साथ ही इस गन्ना मिल को उसकी पेराई क्षमता 65000 क्विंटल प्रति दिन के अनुसार गन्ना उपलब्ध नहीं हो पाता है। बैठक के दौरान बताया गया कि टेंगराही पूल के चालू हो जाने से सहरसा जिले के गन्ना कृषकों का गन्ना हसनपुर चीनी मिल को आसानी से प्राप्त हो जायेगा। वर्तमान में हसनपुर चीनी मिल क्षेत्र में गन्ना सर्वे का कार्य चल रहा है। सभी गन्ना किसान भाईयों से अपील की गई है कि सर्वे के समय निश्चित रूप से अपने खेत पर उपस्थित रहें और गन्ना का सर्वे कराएं ताकि आगामी पेराई सत्र में उन्हे गन्ना आपूर्ति संबंधी पर्ची मिलने में कोई कठिनाई नहीं हो। जिला पदाधिकारी के द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर कुमार को निर्देश दिया गया कि इस गन्ना सर्वे में अपने कृषि समन्वयकों को निश्चित रूप से लगाएं। वहीं हसनपुर चीनी मिल के उप-महाप्रबंधक के द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री गन्ना विकास योजना के तहत कृषकों को उन्नत प्रभेद के बीज, अंतर्वर्ती खेती के तहत मूंग एवं मसूर के बीज का वितरण किया जाता है। साथ ही किसानों को आधुनिक पद्धति से खेती करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। बैठक में अपर समाहर्ता अजय कुमार तिवारी, विशेष कार्य पदाधिकारी महमूद आलम, संयुक्त ईख आयुक्त – सह- सहायक निदेशक ईख विकास समस्तीपुर जय प्रकाश नारायण सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर कुमार, कार्यपालक अभियंता जल निसरन समस्तीपुर शशि सिन्हा, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण समस्तीपुर राकेश रंजन , कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल रोसड़ा एवं अन्य उपस्थित थे।

  

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