बेगूसराय बरौनी रिफाइनरी में विक्रेता विकास कार्यक्रम का आयोजन

प्रशान्त कुमार ब्यूरो चीफ



बेगूसराय में इंडियन ऑइल की बरौनी रिफाइनरी ने निविदा दस्तावेजों या अनुबंध निष्पादन पर असर डालने वाले परिवर्तनों के बारे में विक्रेताओं को विकसित करने और अद्यतन करने के लिए विक्रेता विकास कार्यक्रम आयोजित करने में लगातार प्रयासरत है। हाल के महीनों में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं जिनका पीक्यूसी, ईएमडी खरीद प्राथमिकता एनओए द्वारा एफओए शब्द का प्रतिस्थापन एवं सरकार द्वारा विवाद से विश्वास योजना पर प्रभाव पड़ा है, इसमें भारत सरकार एमएसएमई के लिए राहत दे रही है। जहां मूल डिलीवरी अवधि अनुबंधों की पूर्णता अवधि निविदा बंद करने की तिथि 19 फरवरी 2020 से 31 मार्च 2022 के बीच थी। यह कार्यक्रम एमएसएमई डीएफओ मुजफ्फरपुर के सहयोग से हाइब्रिड मोड ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में आयोजित किया गया ताकि इसकी पहुँच व्यापक हो । कार्यक्रम को बहुत अच्छी भागीदारी मिली प्रतिभागियों की संख्या 131 और सबकी प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट था की यह कार्यक्रम को बहुत इंटरेक्टिव हुआ और इसने विक्रेताओं के ज्ञान को समृद्ध किया महाप्रबंधक समाग्री एवं संविदा सुशांत साहा ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और विक्रेताओं को निविदा दस्तावेजों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और एमआईआई और पीपीपी-2012 के तहत खरीद प्राथमिकता पर चर्चा की। कार्यक्रम का उद्घाटन आर. के. झा कार्यपालक निदेशक बरौनी रिफाइनरी ने विधिवत रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस  मौके पर उन्होंने विक्रेताओं को निविदाओं में प्रभावी भागीदारी के लिए खुद को नियमित रूप से अद्यतन और तैयार करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि योग्य बोलीदाता भी अनजाने में अपेक्षित पीक्यूसी दस्तावेज जमा नहीं करते हैं और यह बोलीदाताओं के साथ-साथ बोलीदाताओं के बीच प्रतिस्पर्धा की संभावना के संदर्भ में आईओसीएल के लिए अवसर का नुकसान है। उन्होंने कार्यक्रम की प्रभावशीलता के बारे में प्रतिभागियों से प्रतिक्रिया मांगा और विक्रेताओं के साथ नियमित रूप से जुड़ने और उन्हें बातचीत करने और विभिन्न विकासों के बारे में जानकारी देने की पहल के लिए समाग्री एवं संविदा विभाग की सराहना की। कार्यपालक निदेशक तकनीकी सत्य प्रकाश ने प्रतिभागियों से आवश्यक संसाधन जुटाकर सुरक्षा, गुणवत्ता और अनुबंध की समय सीमा के भीतर अनुबंध निष्पादन पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया और उन्हें आईओसीएल बरौनी रिफाइनरी की प्राथमिकताओं के साथ तालमेल बिठाने के लिए प्रेरित किया। सहा. निदेशक, एमएसएमई डीएफओ मुजफ्फरपुर-  आर के यादव ने कार्यक्रम को संबोधित किया तथा एमएसएमई से संबंधित नीतियों पर विस्तार से चर्चा की। यूको बैंक के प्रतिनिधियों ने एमएसएमई के लिए बैंक की योजना भी साझा की। इस कार्यक्रम को संविदा विभाग की टीम ने प्रभावी ढंग से आयोजित किया। बबन कुमार, मुख्य प्रबन्धक संविदा ने दस्तावेजीकरण आवश्यकताओं निविदा दस्तावेजों में नवीनतम परिवर्तन, पीक्यूसी, अनिवार्य आवश्यकताएं निविदा की तकनीकी आवश्यकताएं आदि को संक्षेप में बताया कार्यक्रम में  एन राजेश, महाप्रबंधक सतर्कता भी अपनी टीम के साथ भाग लिया। कुन्दन किशोर-एएमटीएम ने जेम और एमाइआई के विभिन्न पहलुओं को कवर किया रेनू गुप्ता ने वीआईएम और जीएसटी प्रावधानों दिशानिर्देशों के बारे में बताया लॉजिस्टिक समर्थन का प्रबंधन वरिष्ठ प्रबन्धक संविदा सुनील कुमार और उनकी टीम ने कर्मचारी संबंध और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस टीमों के साथ मिलकर किया था। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबन्धक संविदा मुकेश प्रसाद पासवान ने किया प्रश्न और उत्तर सत्र को विक्रेताओं और आईओसीएल एमएसएमई डीएफओ के प्रश्नों और स्पष्टीकरणों द्वारा लाइव बनाया गया था। कार्यक्रम श्री आर. एस. प्रसाद, उप महाप्रबंधक समाग्री के हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुआ।

  

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