बेगूसराय बखरी प्रखंड के श्री विश्वबंधु पुस्तकालय का वार्षिक आमसभा संपन्न मौके पर पेश किए गए लेखा जोखा

नेहा कुमारी सिटी रिपोर्टर

बेगूसराय बखरी प्रखंड के क्षेत्र की प्रसिद्ध साहित्यिक, बौद्धिक संस्था श्रीविश्वबंधु पुस्तकालय की द्विवार्षिक आमसभा गंभीर बहस और तीखी नोक झोंक के साथ संपन्न हुई। चुनावी वर्ष में आयोजित साधारण सभा के बैठक की अध्यक्षता उपाध्यक्ष जयशंकर जायसवाल ने की। सचिव पवन कुमार सुमन ने द्विवार्षिक प्रतिवेदन सदन के पटल पर विचारार्थ प्रस्तुत किया।  वहीं कोषाध्यक्ष ब्रजमोहन लाल त्यागी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के आय व्यय का ब्यौरा रखा। आमसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए पूर्व नगर पार्षद व पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष सिधेश आर्य ने कहा कि साहित्य हमारी संस्कृति का दर्पण है,जबकि पुस्तकालय मानव सभ्यता की सांस्कृतिक धरोहर। पुस्तकों और पुस्तकालयों के बिना विश्व इतिहास की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। बखरी जैसे क़स्बाई शहर में सात दशक पुराना प्रथम श्रेणी का पुस्तकालय होना यह प्रमाणित करता है कि यहां की संस्कृति बौद्धिक और साहित्यिक रूप से उर्वर रही है।उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में मोबाइल और इंटरनेट से पुस्तकों और पुस्तकालयों को चुनौतियां मिल रही है। बाबजूद पुस्तकों की महत्ता कभी कम नहीं होगी। श्रीविश्वबंधु चिल्ड्रेन पार्क और पुस्तकालय पोखर के रखरखाव पर चर्चा करते हुए उन्होंने  कहा कि ज्ञान के इस मंदिर में चिल्ड्रेन पार्क नशेङियों और स्मैकर्स का अड्डा बन कर रह गया है। नगर प्रशासन इसे ज़बरन सफाई गोदाम बना कर इसकी महत्ता को चौपट कर रखा है।         संरक्षण समिति के सदस्य राजेश अग्रवाल ने कहा कि पाठकों की कम होती संख्या चिंता का विषय है। पुस्तकालय प्रबंधन को इसके लिए विशेष अभियान चलाना होगा। वहीं पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष जयदेव सान्याल ने संरक्षण समिति को निशाने पर लेते हुए कहा उनकी अक्षमता के कारण पुस्तकालय के संविधान की धज्जियां उङायी जा रही है। दो वर्षों तक अध्यक्ष नदारद रहते हैं। पुस्तकालय का अंकेक्षण नहीं हो पाता है। जबकि अंकेक्षक का मनोनयन संरक्षण समिति ही करती है। चर्चा का जबाब देते हुए सचिव पवन कुमार सुमन ने कहा कि सम्प्रति पुस्तकालय में 22 पत्र पत्रिकायें नियमित रूप से आती है। जिसमें से पांच पत्रिकायें छात्र उपयोगी है। वर्तमान सत्र में उनकी कार्यसमिति ने 1 लाख 22 हजार, 822 रूपये की नयी पुस्तकें खरीद की है। वहीं सैकङों पुस्तकें दान से भी प्राप्त हुई है।  1 लाख,68 हजार 20 रूपये बैंको में सावधिक जमा किया गया है। वहीं 25 हजार से अधिक की राशि पुस्तकालय मोहार पर अवस्थित हनुमान मंदिर की दैनिक पूजन वयवस्था पर खर्च की गयी है। इसके अलावा 1लाख 17 हजार, 365 की राशि बिजली बिल भुगतान मद में खर्च कर इसे अद्यतन कर लिया गया है। सचिव ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि चिल्ड्रेन पार्क समेत पुस्तकालय मोहार की भूमि पर हाई कोर्ट में के दर्ज मुकदमे को खारिज करवा लिया गया है, जिससे कि अब इसके विकास कार्यों सहित बेहतर रखरखाव का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा साधारण सभा ने सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित कर पुस्तकालय के कार्यों में शिथिलता बरतने,कर्तव्य निर्वहन में अक्षमता तथा बीते एक वर्ष पूर्व उनकी ही अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक की कार्यवाही क्लोज नहीं करने के आरोप में पुस्तकालय के अध्यक्ष कौशल किशोर क्रांति को दो सत्रों तक के लिए चुनाव लङने पर रोक लगाते हुए इसकी विधिवत सूचना निर्वाचन पदाधिकारी को भेजने का निर्णय लिया। वहीं अंकेक्षक दीपक सुल्तानियां द्वारा अंकेक्षण  कार्य में लापरवाही बरतने तथा कार्यसमिति में ऑडिट रिपोर्ट नहीं पेश किये जाने पर भी क्षोभ प्रकट किया गया। चर्चा में संरक्षण समिति के संयोजक आनंद चन्द्र झा,रामचंद्र केसरी,अजय सान्याल, सह सचिव प्रिंस सिंह परमार,पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी,प्रतिनिधि संतोष भारती गुड्डू, कार्यसमिति सदस्य मणीश कुमार, कुंदन केसरी, सचिन केसरी,पूर्व कोषाध्यक्ष द्रवेश्वर सहनी,भारत भूषण इंडिया,गौतम सिंह राठौड़ आदि ने हिस्सा लिया।

  

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