रोहतास में खान निरीक्षक ने बालू माफियाओं से पत्रकार का करवाया अपहरण, मारपीट के साथ जान से मारने की थी धमकी।


तीन घंटे तक मारपीट करने के बाद पत्रकार भाग कर बचाई अपनी जान।


पत्रकार पर हमले एवं मारपीट तथा अपहरण के मामले में कराकाट थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज।


लालजी यादव शशिकांत यादव एवं बिक्रमगंज के खनन निरीक्षक राहुल कुमार पर नामजद प्राथमिक दर्ज।


अवैध एवं ओवरलोडेड बालू वाहनों का वीडियो वायरल होने से बौखलाए हैं बालू करोबारी एवं संबंधित शासन प्रशासन।


हाल ही के दिनों में नासरीगंज बिक्रमगंज के कई क्षेत्रों से ओवरलोडेड तथा अवैध बालू का वीडियो हुआ था वायरल वायरल।


खनन निरीक्षक राहुल कुमार पर पहले भी बालू कारोबारीयों से मिली भगत का लगा है आरोप।


अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए संबंधित अधिकारी बालू माफियाओं को करते हैं आगे।


जिले भर के पत्रकारों ने ऐसी घटनाओं की निंदा की तथा पुलिस प्रशासन संबंधित अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग की।


रिपोर्ट :-  रवि वर्मा/ रोहतास 


रोहतास में खनन विभाग के सह पर बालू माफियाओं का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। जिले में खनन विभाग और अवैध बालू कारोबारियों के गठजोड़ से बालू का अवैध कारोबार अच्छे से फल फूल रहा है। बालू माफियाओं का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि पुलिस के साथ-साथ अब पत्रकारों को भी टारगेट कर उनपर जानलेवा हमला किया जा रहा है। ताजा मामला रोहतास जिले के काराकाट थानाक्षेत्र के सुकहरा डिहरी गाँव का है। जहां काराकाट प्रखंड के दैनिक अखबार के रिपोर्टर अशोक कुमार सिंह का बालू माफियाओं के द्वारा अपहरण कर लिया गया था। अपहरण करने के बाद पत्रकार को तीन घंटे तक बंदी बनाकर रखा गया। उसके बाद उनके साथ मारपीट भी की गई और जान से मारने की धमकी भी दी गई। इसके साथ ही पत्रकार को डराने के लिए बालू माफियाओं के द्वारा फायरिंग भी की गई। पत्रकार ने किसी तरह से भाग कर बालू माफियाओं से अपनी जान बचाई। घायल पत्रकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया गया। उसके बाद उन्होंने रोहतास जिले के बिक्रमगंज खान निरीक्षक राहुल कुमार,लालजी यादव,शशिकांत यादव पर नामजद सहित पाँच अज्ञात लोगों के विरुद्ध काराकाट थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई है।


*खनन विभाग के खान निरीक्षक के इशारे पर बालू माफियाओं ने पत्रकार को किया अगवा*


उक्त मामले की जानकारी देते हुए दैनिक अखबार के पत्रकार अशोक कुमार सिंह ने बताया कि रोहतास जिले के काराकाट थानाक्षेत्र के सुकहरा डिहरी गाँव के समीप एक ईंट भट्ठे के पास ओवरलोडेड बालू लदे पाँच ट्रको को खान निरीक्षक राहुल कुमार के द्वारा जप्त करने की सूचना मिली। इसके बाद पत्रकार घटनास्थल पर पहुंचकर जप्त किये गये ट्रको का फोटो और वीडियो बनाने लगे। जिस पर खान निरीक्षक राहुल कुमार ने पत्रकार को वीडियो और फोटो लेने के लिए मना किया गया। फोटो वीडियो बनाने के बाद पत्रकार अशोक कुमार सिंह वहाँ से आगे बढ़े तभी खान निरीक्षक राहुल कुमार द्वारा बालू माफियाओं को सूचना दी गई। चुकी पकड़े गये सभी ट्रको के पास बालू माफिया पहुंचकर मामले को रफा- दफा करने के फिराक में जुटे हुए थे। लेकिन पत्रकार के फोटो और वीडियो बनाने से उनके मंसूबे फेल होते दिख रहे थे। जिससे नाराज होकर बालू माफियाओं के द्वारा रास्ते में ही पत्रकार को रोक कर स्कॉर्पियो से उन्हें अगवा कर लिया गया। अगवा करने के बाद बगल के जिले औरंगाबाद के बारुण में पत्रकार को ले जाया गया। और वहाँ उनके साथ जमकर मारपीट की गई। इसके साथ ही उन्हें डराने के लिए फायरिंग भी की गई। फायरिंग करने के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। बालू माफियाओं के द्वारा पत्रकार को तीन घंटे तक अगवा कर के रखा गया। उसके बाद किसी तरह से वहाँ से भाग कर पत्रकार ने अपनी जान बचाई और थाने पहुंचकर खान निरीक्षक राहुल कुमार,लालजी यादव और शशिकांत यादव सहित पाँच अज्ञात लोगो के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज कराई गई। वहीं घायल पत्रकार को काराकाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ईलाज कराया गया।


*अवैध बालू कारोबार के खिलाफ खबर चलाने पर बालू माफिया पत्रकारों से हैं नाराज*


इन दिनों बालू के अवैध कारोबार के खिलाफ पत्रकारों द्वारा लगातार खबर प्रकाशित और प्रसारित किया जा रहा था।जिससे नाराज बालू माफियाओं द्वारा पत्रकारों को टारगेट कर उन पर हमला किया जा रहा है।


*खनन विभाग और बालू माफियाओं के गठजोड़ से बिहार सरकार को भारी राजस्व का हो रहा है नुकसान*


रोहतास में खनन विभाग के अधिकारियों और बालू माफियाओं के गठजोड़ से बालू का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। रात्रि में बालू घाटो से बिना चालान एवं फर्जी चालान के आधार पर सैकड़ो गाडियाँ बगल के राज्य उत्तर प्रदेश भेजा जा रहा है जिससे बालू माफियाओं को मोटी कमाई हो रही है। मोटी कमाई का एक बड़ा हिस्सा खनन विभाग एवं पुलिस प्रशासन को भी पहुँचाई जाती है। इसके साथ ही ओवरलोडेड बालू लदे कार्य को भी खनन विभाग और पुलिस प्रशासन के सहयोग से अन्य राज्यों में भेजा जाता है जिससे बिहार सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है।


*अवैध बालू लदे गाड़ियों एवं ओवरलोडेड गाड़ियों को पड़कर खनन विभाग द्वारा ली जाती है मोटी रकम*


रात्रि में खनन विभाग एवं पुलिस- प्रशासन द्वारा अवैध बालू लदे गाड़ियों को पकड़ा जाता है। छापेमारी अभियान में यदि 10 गाड़ियाँ पकड़ी जाती है तो उसमें से लगभग 06 गाड़ियों को मोटी रकम लेने के बाद घटनास्थल से ही उसे छोड़ दिया जाता है। और चार गाड़ियों को पकड़कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कर दी जाती है ताकि सरकार और आला अधिकारियों को दिखाया जा सके।




  

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