बेगूसराय में जेडीयू नेताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ निकाला मशाल जुलूस

नेहा कुमारी सिटी रिपोर्टर


बेगुसराय में जेडीयू नेताओं ने भाजपा पर  देश के संबिधान एवं जाति आधारित गणना का बिरोधी होने का आरोप लगाया है। जदयू नेताओं ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार इसलिए जाति आधारित गणना को रुकबने की कोशिश किया है। जिला जनतादल यू ने एक मशाल जुलूस एवं केंडिल मार्च निकालकर भाजपा सरकार की साजिश का किया पोल खोल अभियान चलाया बेगूसराय जिला जनतादल यू अध्यक्ष रूदल राय ने केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा रची गई साजिश आरक्षण एवं जाति आधरित गणना रुकबाने के खिलाफ शहर के ट्रॉफिक चौक से मशाल जुलूस एवं केंडिल मार्च निकालकर नारा लगाते हुए कहा कि आरक्षण बिरोधी भाजपा मुर्दाबाद, जाति आधारित गणना बिरोधी भाजपा होश में आओ ,भाजपा भगाओ संबिधान बचाओ ,मोदी सरकार हाई हाई नारो के साथ जुलूस डॉ0 भीमराव आंबेडकर चौक पर पहुंचकर ,बाबा साहेब डॉ0भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर केंडिल जलाकर,केंद्र सरकार की साजिश के खिलाफ सभा की गई है सभा का संचालन जदयू जिला प्रवक्ता अरुण महतो ने किया इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जदयू जिला अध्यक्ष रूदल ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार जाति आधारित गणना रुकबाने की कोशिश की । केंद्र सरकार पिछड़ा अतिपिछड़ा, दलित ,अल्पसंख्यक, गरीब सवर्ण, कमजोर वर्ग के साथ साथ संबिधान बिरोधी है वह केवल जाति आधारित जनगणना ही नही गणना का भी बिरोधी है ।भाजपा की अनुसांगिक संस्था यूथ फोर इक्वालिटी जो आरक्षण बिरोधी संस्था है उसकी मदद से जाति आधारित गणना रुकबाने की कोशिश की इसी संस्था से जुड़े प्रो0 संगीता रागी और प्रो0 माखनलाल के भाजपा और आर एस एस से गहरे संबंध है अगर भाजपा जाति आधारित गणना के पक्षधर है तो उसने सुप्रीम कोर्ट में पहले हलफनामा दाखिल कर यह तर्क दिया कि जनगणना कराने का राज्यो को कोई अधिकार नहीं है फिर बाद में दूसरा हलफनामा उसने राज्यो में जाति आधारित सर्वे कराने को लेकर अनापत्ति जाहिर की इस तरह हलफनामा दाखिल करने के पीछे भाजपा की मानसिकता क्या है।जनतादल यू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह सवाल पूछना चाहती है जैसे वे कपड़े बदलते हैं उसी तरीके से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में पेश हलपनामे में दो बार बदलाव क्यो किया ,सुप्रीम कोर्ट ने  बिना कोर्ट की नोटिस के केंद्र सरकार के सॉलिसिटर जनरल का पेश होना यह साबित करता है कि भाजपा जाति आधारित गणना में पेंच लगाना चाहती है ।देश की मोदी सरकार यह खुलासा करें कि यूथ फोर इक़्क़ालिटी संस्था ने 27 फीसदी  ओबीसीआरक्षण का बोरोध किया ,अगड़ी जातियों के लिए10 फीसदी आरक्षण का विरोध किया इस संस्था का भाजपा से क्या संबंध है ।जब पटना हाईकोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कह दिया कि जातिय सर्वे कराने का अधिकार राज्य सरकार को है तो ऐसे में क्या भाजपा अपनी सहयोगी संगठन की अपरोक्ष मदद से सुप्रीम कोर्ट में जाति आधारित गणना रुकबाने की कोशिश नही कर रही है।भाजपा यह बताबे मंदिरो में लाउडस्पीकर की गणना ,मस्जिदों की गणना ,शमशान घाट और कब्रिस्तान की गणना करा सकती है लेकिन जाति आधारित गणना कराने से पीछे भागती है । क्या यह सच नही है कि पिछड़ा अतिपिछड़ा, दलित ,कमजोर वर्ग के बिरोधी है भाजपा जगजीवन राम नाम के आगे बाबू लगे शब्द से चिड्डे हुये है आखिर क्या कारण है कि भजपा इन वर्गों के लिए चलाये गये योजना छात्र वृत्ति योजना बैंड कर दिया ।देश की मोदी सरकार में सम्राट अशोक को भाषाई तौर पर अपमानित करने वाले दया सिन्हा को अमित शाह ने पदम श्री का पुरस्कार दिया लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने दया सिन्हा से पदम् श्री वापस नही लेकर सम्राट अशोक का अपमान कर रहे है ।देश मे 10 वर्षीय जनगणना होती है लेकिन मोदी सरकार ने जनगणना नही कराकर देश मे संबैधानिक खतरा उत्पन्न  करना चाह रही है ।प्रमंडलीय प्रभारी मुकेश बिद्यार्थी ने कहा कि मोदी सरकार ने वादा किया था कि देश के नौजवानों को प्रत्येक वर्ष दो करोड़ लोगों को नौकरी देंगे नौ वर्षो में अठारह करोड़ नौकरी मिलनी चाहिए थी लेकिन नौकरी मिला सिर्फ लगभग  सात लाख लोगो को  ,महंगाई चरम सीमा पर है ,देश की संपत्ति अपने निजी मित्रो के हाथो  में सौपकर ,देश की जनता को  गुलामी  की ओर ढकेल रही है।भष्टाचार चरम सीमा पर है इनकी सरकार में जो भी भष्टाचारी शामिल होते  है वह पवित्र हो जाते है  अजीत पवार जैसे सहकारिता एवं कॉपरेटिव संस्था  के  सत्तर हजार करोड़ रुपये घोटालेबाज को मोदी सरकार ने उपमुख्यमंत्री पद से नवाजा है,देश की जनता यह सवाल पूछती है मोदी सरकार से क्या अजित पवार आपकी पार्टी में आने से पवित्र हो गया ।इस भजपा की पोल खोल कार्यक्रम में  उपस्थित विधानसभा प्रभारी परसुराम पारसप्रदेश महासचिव डॉ0 एहतेशामूल हक अंसारी,अमर कुमार सिंह ,प्रदेश नेता जवाहरलाल भारद्वाज,जदयू प्रवक्ता अरुण महतो , जिला मीडिया कोडिनेटर मो0 सरफराज आलम ,उपाध्यक्ष रामसुंदर कुशवाहा ,युवा अध्यक्ष इंद्रजीत चंद्रवंशी, महिला अध्यक्ष लक्ष्मी देवी , अनुसूचित अध्यक्ष उमेश सदा, अल्पसंख्यक अध्यक्ष हुकूमत,किसान अध्यक्ष रविन्द्र निराला,बरिष्ट नेता जितेंद्र कुमार जिबु, उपाध्यक्ष रामराज महतो ,अशोक सिंह , नंदलाल राय,युवा नेता मोनू पटेल ,अजय पासवान ,मनोहर महतो ,पवन राय, नगर प्रवक्ता बीरेंद्र पटेल,संजय पासवान ,राजीव पटेल ,नीतीश कुमार ,अरुण राय, अशोक राय, रामनंदन पासवान ,अरुण गांधी ,आदर्श कुमार, भवानी कुमार, विकास कुमार ,सुरेंद्र कुमार, सुशील कुमार, प्रमोद चौधरी ,बी के राय,सुरेश तांती ,मुकेश राय, ललन शर्मा,संजय सिंह ,लाल बहादुर महतो ,मनोज दास, अकील अख्तर ,विवेक कुमार,पंकज राय , सुमित प्रधान ,रामनरेश सिंह अबध शर्मा सहित सैकड़ों जदयू कार्यकर्ताओ ने कार्यक्रम में भाग लिया

  

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