कुपातर बेटे ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपनी बुजुर्ग मां का धारदार हथियार से गला रेत कर कि हत्या

मधेपुरा सदर अनुमंडल के मुरलीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत खारी गावं रहटा टोला में एक सनकी बेटे ने पत्नी के साथ मिलकर अपनी बुजुर्ग माँ की कचिया से गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी... ऐसा आरोप है कि इस बेटे ने 2012 में पिता को भी जिंदा जला दिया था... मामला संपत्ति विवाद से जुडा है... घटना के सम्बन्ध मृतक महिला के दुसरे पुत्र ने बताया कि वो दरबाजे पर था आंगन में उसका भाई और उसकी पत्नी अचानक माँ को पटक कर उकसा गला काट दिया जिससे कुछ समय में ही उसकी मौत हो गई... घटना कर दो पति-पत्नी फरार हो गए.... उसने बताया कि घटना होते देख जब उनकी पत्नी और बच्चों बुजुर्ग महिला को बचाना चाहा तो हत्यारे ने उन पर भी हमला करना चाहा.... जब बच्चे शोर मचाए तो सनकी युवक अपनी पत्नी के साथ घर के पीछे के रास्ते से भाग गया.... पुलिस ने घर के बगल में ही इस घटना में उपयोग किया हुआ खून से सना जंग लगा हुआ कचिया भी बरामद किया है.... ग्रामीणों की मानें तो आरोपी युवक पिछले 10 वर्षों से घर में जमीन जायदाद हड़पने के लिए लगातार विवाद खड़ा कर रहा था। उसने अपने निसंतान चाचा और बड़े भाई पर भी कई बार झूठे आरोप लगाए थे। आरोपी की पहचान संतोष यादव और उसकी पत्नी रूबी देवी के रूप में की गई है....बताया जा रहा है कि सनकी संतोष यादव पिछले 15 दिनों से घरवालों को परेशान करने की नियत से लगातार साजिश रच रहा था....  संतोष के पिता देवेन यादव पूर्व में पीएचईडी में सरकारी नौकरी करते थे....  उनके पिता दो भाई हैं.... संतोष के बड़े चाचा को संतान नहीं है... इस कारण से उनके हिस्से की जमीन को भी हड़पने के लिए दो-तीन दिन पहले उनसे भी मारपीट किया था...  इससे पहले बीते  26 जनवरी को संतोष ने अपने बच्चे के अपहरण का आरोप भी अपने बड़े भाई शैलेंद्र और मां पर लगा दिया था....  इस कारण से घर में तनाव का माहौल बना हुआ था.... संतोष पुरे प्लान के तहत काम कर रहा था... वो अपनी बाइक को घर के बजाए घर के पीछे स्थित बांसबाड़ी में खड़ा कर रखा था.... बताया जाता है कि संतोष की पत्नी रूबी देवी ने सास को आंगन में पटक कर गला दबा दिया और फिर संतोष घर में छुपा कर रखे गए जंग लगे कचिया से मां चिरैया देवी का गला रेत दिया....घटना कर वह घर के पीछे स्थित अपनी बाइक से पत्नी के साथ फरार हो गया..... परिवार वालों  की माने तो पिछले 1 सप्ताह से संतोष अपने घर के कीमती सामानों को गुपचुप तरीके से कहीं बाहर ले जाकर रख रहा था

  

Related Articles

Post a comment