भगवान परशुराम ने अपने जीवन काल में कभी भी पराजय को स्वीकार नहीं किया : पूर्व मंत्री


 

Reporter/Rupesh Kumar


मुजफ्फरपुर : तप और त्याग के प्रतिमूर्ति भगवान परशुराम के जन्मदिन पर शनिवार को भूमिहार ब्राह्मण समाजिक फ्रंट के द्वारा स्थानीय विद्यापति भवन के सभागार में हर्षोल्लास के साथ परशुराम जयंती मनाई गई। इस अवसर पर लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया. कार्यक्रम के प्रारंभ में परशुराम भक्तों ने उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किया.

 

इस अवसर पर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि परशुराम जी भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने अपने जीवन काल में कभी भी पराजय को स्वीकार नहीं किया। इतिहास गवाह है कि उन्होंने संघर्ष के बल पर हर एक चुनौती का मुकाबला कर सफलता पाया था. उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम किसी वर्ग विशेष के नहीं, बल्कि संपूर्ण सनातन  धर्मावलंबियों के आदर्श हैं। 


बाइट:- पूर्व मंत्री/अजीत कुमार

  

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