मोतिहारी:महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालय को रंग रोदन कर फूल माला से सजाया गया

 



मोतिहारी:--सुगौली प्रखंड क्षेत्र में महाशिवरात्रि को लेकर प्रखंड क्षेत्र के शिवालयों में तेजी से तैयारी की जा रही है। साफ-सफाई करायी जा रही है और सजाया जा रहा है।महाशिवरात्रि का पर्व शनिवार को मनाया जाना है।प्रखंड के दर्जनों शिवालयों के साथ-साथ सुगौली के नगर पंचायत के धनही गांव स्थित पंचमुखी शिवालय मंदिर को रंग-बिरंगे फुल मालाओं के साथ बिजली के बल्बों से भी सजायी जा रही है। गौरतलब हो कि इस मंदिर का निर्माण ब्रिटिश काल में बेतिया राज  के महाराजा आनंद किशोर के द्वारा कराया गया है। जिसमें पंचमुखी महादेव शिवलिंग की स्थापना की गई है।तब से प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में विशाल मेला लगता रहा है।मेले में हजारों  की संख्या में स्त्री-पुरुष,बच्चे और युवतियां पहुंचती है जो  भगवान भोले की पूजा अर्चना करती है।फुल,बेलपत्र,भांग,धतूर,गाजर,अलुआ,बैर इत्यादि भोले शंकर को चढ़ाकर पूजा करती हैं और मनवांछित वरदान की कामना करती है। इस अवसर पर मंदिर परिसर में भारी मेला भी लगता है। जहां दुर-दुर से लोग अपने पुरे परिवार के साथ मेला देखने आते है।मेले में तरह-तरह के खेल-तमाशे लगते हैं।खाने- पीने के सामान भी खुब बिकते है।इसको लेकर शिवालय परिसर में शांतिपूर्ण मेला संपन्न कराने को लेकर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी रहती है।पूजा के महत्व को बताते हुएं मंदिर के पुजारी कन्हैया ओझा ने बताया कि महाशिवरात्रि का व्रत है। जो शनिवार को मनाया जाएगा। प्राचीन धार्मिक महत्व का यह  व्रत है।महाशिवरात्रि के दिन हीं शिव-पार्वती का विवाह हुआ था।शिव‌-पार्वती की पूजा करने से सुखद फल की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि व्रत की कथा सुबह,दोपहर,संध्या और अर्ध रात्रि को चार बार सुननी चाहिए। जिसके बाद दुसरे दिन सुबह में पारण करना चाहिए। इस मौके पर लोग जहां-तहां शिव जी का बारात भी निकालते है।शिवरात्रि का व्रत करने से लोगो के मन की मांगे पुरी होती है। संतान की प्राप्ति होती है। सुख से जीवन बीतता है।

  

Related Articles

Post a comment