मुजफ्फरपुर : आखिर क्यों पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश : सड़क दुर्घटना में मौत के बाद हुआ था बवाल




Reporter/Rupesh Kumar


मुजफ्फरपुर : गायघाट थाना क्षेत्र के भूसरा में बीतें दिनो सड़क दुर्घटना में दो लोगो की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले किया था, इस घटना में पुलिसिया कार्रवाई पर भी कई तरह के सवालिया निशान खड़ा होता दिख रहा है, क्योंकि मृतक के परिजनों की माने तो सड़क पर शव को रखकर परिजन रो - विलाप रहे थे लेकिन पुलिस की बर्बरता ऐसे रही की पति के शव पर रोना भी पत्नी को महंगा पड़ा क्योंकि पुलिस बिना जाने पहचाने आक्रोशित भीड़ पर लाठियां चलाना शुरू कर दिया जिसमे मृतक के परिजनों को भी पुलिस की लाठियां खानी पड़ी, पुलिस के इस रवैए से न सिर्फ मृतकों के परिजन बल्कि ग्रामीणों में भी आक्रोश देखने को मिल रहा है.


बता दें की कंस्ट्रक्शन कंपनी की गाड़ी से कुचलकर दो लोगों की मौत के बाद कंपनी के बेस कैंप में आगजनी, लाठीचार्ज व हवाई फायरिंग के बीच शनिवार को भूसरा चौक की सभी दुकानें खुल गई। लेकिन वहां अबतक पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश कम नहीं हो सकी है। मृतक के परिजन पुलिस पर घर में घुसकर और रात के अंधेरा में पीटाई करने का आरोप लगाया है।  घटना के बाद से ही पूरा भूसरा गांव में हर तरह चर्चा का बाजार गर्म है. घटना के बाद पुलिस ने दर्जनों नामजद और दर्जनों अज्ञात पर एफआईआर दर्ज किया है. बताया गया की मृतक जय किशोर उर्फ बउआ के घर पर उसकी पत्नी व बच्चे नहीं थे, वहीं मृतक मृत्युंजय पासवान के घर पर उसकी पत्नी आशा देवी की चीख पुकार पुलिसिया कार्रवाई की कहानी बयां कर रही थी। मौत के बाद बवाल व उसके बाद पुलिसिया कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है.


आपको बता दें कि भुसरा गांव के समीप की है जहां एक तेज रफ्तार डंपर ने दो व्यक्तियों को रौंद दिया जिससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई। मौत के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। घटना की जानकारी मिलते ही गायघाट थाना की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। हंगामा कर रहे लोगो को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, लोग मानने को तैयार नहीं हुए। आक्रोशित ग्रामीणों ने राहगीरों के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। गाड़ियों में आग लगाने लगे। बवाल बढ़ने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान आक्रोशित लोगो ने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के जेसीबी, ट्रक समेत करीब आधा दर्जन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.


ऐसे हुई थी घटना  

भूसरा चौक एक बाइक दुर्घटना को लेकर कुछ लोगों की भीड़ जुटी थी, उसी बीच कटरा से मझौली की तरफ मझौली-चोरौत एनएच सड़क निर्माण कंपनी की मिक्चर मशीन की बड़ी गाड़ी आई। लोगों ने बाइक दुर्घटना को लेकर उक्त गाड़ी को रोक दिया व बाइक सवार को उठाकर भेजने लगे। उसी बीच कंस्ट्रक्शन कंपनी की मिक्चर मशीन वाली गाड़ी का चालक गाड़ी स्टार्ट कर सीधे तेजी से बढ़ा दिया जिसमें तीन-चार लोग तो सड़क पर से अनियंत्रित गाड़ी देख भाग निकले पर दो लोग भागते तब तक गाड़ी ने उनको कुचल दिया. दो लोगों को कुचल कर भाग रही गाड़ी को मैठी टोल प्लाजा के आसपास पीछा कर ग्रामीणों ने पकड़ा.


आक्रोशित लोगों ने गाड़ियों को किया आग के हवाले  


स्थानीय लोगों का कहना है कि  तेज रफ्तार डंपर ने दो युवकों को कुचल दिया जिसमें दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना से गुसाए ग्रामीणों ने पहले सड़क जाम कर दिया और फिर आगजनी कर बवाल करने लगे। इसी दौरान कुछ उपदर्वियो ने गाड़ियों में आग लगाना शुरू किया। जिसके कई गाड़ियां धू धू कर जलने लगी. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया, फिर

आक्रोशित लोगो ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान मौके पर अफरातफरी की स्थिति बन गई। मुजफ्फरपुर में कंस्ट्रक्शन कंपनी का बेस कैंप फूंकने के बाद वहां काम करने वाले कर्मी जान बचाकर भागे। कैंप को घेर कर लोग मुआवजा देने व प्रशासन को  बुलाने की मांग कर रहे थे। वही बाद में गायघाट, कटरा, बोचहा समेत कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. लेकिन आक्रोशित भीड़ माने को तैयार नहीं थी जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया लेकिन इस करवाई में कई बेकुसर भी पीट गए.


लेकिन मृतक के परिजनों पर लाठी चलाना बिहार पुलिस की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल खरे कर रहा है, आखिर अबतक बेकसूर पीटते रहेंगे और कब आला अधिकारी या सरकार इस मामले पर संज्ञान लेगी, आखिर क्या वजह आन पड़ी की पुलिस को मृतक की पत्नी पर भी लाठियां चटकानी परी, वही कारवाई के नाम पर पुलिस ने घटनास्थल से कई बाइक भी उठा कर थाने ले आई जिसका की अब ग्रामीण विरोध कर रहे है.

  

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