बेगुसराय में धान क्रय केंद्र हुआ बंद, किसान हो रहे परेशान,बिचौलिए के हांथो बेचने को विवस

प्रशान्त कुमार/ नेहा कुमारी

बेगूसराय बछवारा प्रखंड क्षेत्र में धान क्रय केंद्र को बंद कर दिए जाने से क्षेत्र के किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही प्रखंड क्षेत्र के किसानों को अपना धान ओने पौने दाम में बिचौलिए के हाथों बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। प्रखंड क्षेत्र के रानी,बेगमसराय,शिबूटोल,गोधना,बछवाड़ा,रुदौली,मरांची आदि कई गांव के किसानों ने बताया कि धान बिक्री करने को लेकर क्रय केंद्र पर पहुंचते हैं लेकिन धान क्रय केंद्र बंद रहने के कारण वैरंग वापस होना पड़ता है ।किसान गणेश कुमार राय,सुरेन्द्र कुमार राय,सौरव कुणाल,धमेन्द्र कुमार,रामप्रवेश कुमार,राजकिशोर राय आदि  किसानों ने बताया कि बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के 5 पंचायत दियारे को छोड़कर सभी 13 पंचायत के लिए प्रखंड क्षेत्र में दो पैक्स रानी एक व गोविंदपुर 3 पैक्स को धान खरीद करने का सरकारी आदेश प्राप्त हुआ था । सरकारी आदेशानुसार रानी एक पैक्स को बछवाड़ा, भीकमचक , अरवा, रानी एक, रानी दो ,गोधना व कादराबाद पंचायत के किसानों का धान खरीदना था। जबकि गोविंदपुर तीन पैक्स को रानी 3, गोविंदपुर 3 रुदौली,फतेहा,रसीदपुर,चिरंजीवीपुर के पंचायत के किसानों का धान खरीदने का सरकारी आदेश दिया गया था । किसानों ने बताया कि 13 पंचायत में इस वर्ष धान आच्छादन 954 एमटी लक्ष्य निर्धारित किया गया था । जबकि रानी एक पैक्स के द्वारा 162.80 एमटी तथा गोविंदपुर तीन पैक्स को 182.80 एमटी धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। किंतु अब तक दोनों पैक्स के द्वारा 137.70 एमटी धान की खरीद की जा सकी है । जो की निधारित लक्ष्य प्राप्त नहीं होने के बावजूद धान क्रेयकेंद्र बंद कर दिया गया। किसानों ने बताया कि सरकार द्वारा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित कर दिया गया है लेकिन समय पर क्रय केंद्र द्वारा खरीद नहीं किए जाने को लेकर किसानों को उचित सरकारी लाभ नहीं मिल पाता है । उन्होंने बताया कि सरकारी कर्मचारी की लापरवाही के कारण क्षेत्र को किसानों को उसका खामियाजा व नुकसान का बोझ उठाना पड़ता है । साथ ही किसानों ने बताया कि पैक्स अध्यक्षों द्वारा धान खरीद के लिए कैश क्रेडिट खत्म हो जाने की बात कह कर उन्हें बैरंग लौटाया जा रहा है । किसानों ने बताया कि बाढ़ व सुखाड़ के कारण किसानों की खरीफ की फसल तो बर्बाद हो चुकी । अब रवि की खेती के लिए किसानों को खेतों के पट बंद उर्वरक व अन्य रासायनिक खाद व दवा का छिड़काव करने के लिए पैसे की जरूरत पड़ रही है। जिस जरूरत को पूरा करने के लिए किसान अपना धान ओने पौने दाम पर बिचौलियों के हाथ बेचने को विवश हैं ।किसानों द्वारा पदाधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बाद भी किसानों की बात की सुधि लेना पदाधिकारी उचित नहीं समझ रहे है । मामले को लेकर प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में धान अधिप्राप्ति के लिए 2 पैक्स को प्रतिनियुक्त किया गया था । धान खरीद करने के लिए दोनों पेक्सों को धान अधिप्राप्ति के लिए दिए गए लक्ष्य का 40% कैश क्रेडिट किया गया था । वर्तमान में धान खरीद के लिए पेक्सों में किए गए कैश क्रेडिट समाप्त हो जाने के कारण धान खरीद का काम बंद कर दिया गया है । दोनों पक्ष का नया कैश क्रेडिट किए जाने के बाद पुनः धान खरीद का काम प्रारंभ किया जाएगा ।

  

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