स्थानीय निकाय से नियुक्त नियोजित शिक्षकों के बीच सक्षमता परीक्षा के उत्तीर्णोपरांत औपबंधिक नियुक्ति पत्र का किया गया वितरण।


समस्तीपुर:- जिले के अलग अलग प्रखंडों में स्थानीय निकाय के माध्यम से नियुक्त नियोजित शिक्षकों के बीच सक्षमता परीक्षा उत्तीर्णोपरांत औपबंधिक नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया। साथ ही बिहार सरकार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा प्रदेश के 3.50 लाख नियोजित शिक्षकों के लिए यह घोषणा की गई कि सभी नियोजित शिक्षक अपने वर्तमान पदस्थापन वाले विद्यालय में  यथावत बने रहेंगे तथा विशिष्ट शिक्षक को ले दिए गए औपबंधिक नियुक्ति पत्र के पश्चात वे राज्य कर्मी माने जाएंगे। बताया जाता है कि  बिहार सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय से नियुक्त नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने के लिए सक्षमता परीक्षा एवं प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक के पद के लिए बीपीएससी के माध्यम से आयोजित  की जाने वाली  परीक्षा का प्रावधान किया गया है । उक्त सक्षमता परीक्षा को उत्तीर्ण कर नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक एवं बीपीएससी की परीक्षा के माध्यम से प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक बनने का मौका मिलेगा। इस बाबत समस्तीपुर जिला के शिक्षक सुशांत यादव सुमित ने बताया कि स्थानीय निकाय से नियुक्त नियोजित शिक्षकों ने बड़ी संख्या में सक्षमता व बीपीएससी की परीक्षा में शामिल होकर अच्छे अंक से उत्तीर्णता हासिल कर अपनी मेधा का लोहा मनवाया । उन्होंने बताया कि सक्षमता परीक्षा के दोनों चरणों  तथा प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक के पद के लिए बीपीएससी के द्वारा आयोजित परीक्षा के उपरांत यह बात स्पष्ट रूप से जाहिर हो चुकी है कि बिहार सरकार के स्थानीय निकाय  द्वारा नियुक्त नियोजित शिक्षक अपनी प्रतिभा के बल पर वर्षों से प्रदेश में शिक्षा का अलख जगा रहे है एवं उनकी मेधा पर किसी भी प्रकार का टीका टिप्पणी किया जाना व प्रश्नचिन्ह खड़ा करना कहीं से भी न्यायोचित प्रतीत नहीं होता है। सुशांत ने कहा कि बिहार के नियोजित शिक्षकों ने दोनों ही चरणों की सक्षमता परीक्षा एवं बीपीएससी की परीक्षा में वर्तमान प्रतियोगी परीक्षा स्तर के प्रश्नों का सामना करते हुए सफलतापूर्वक परीक्षा उत्तीर्ण किया है तथा शिक्षा जगत के इतिहास में समय समय पर दक्षता, पात्रता ,सक्षमता, प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक के पद के लिए बीपीएससी के माध्यम से आयोजित परीक्षा पास कर अपनी सफलता का परचम लहराया है। उन्होंने बिहार सरकार के द्वारा शिक्षकों के  स्थानांतरण नीति  में संशोधन कर उसे  सरल बनाए जाने की प्रक्रिया को ले लिए गए  निर्णय को एक बेहतर पहल बताया तथा इसमें शिक्षकों के हित की अनदेखी नहीं किए जाने की भी आशा व्यक्त की।

  

Related Articles

Post a comment