तारापुर उल्टा महादेव मंदिर परिसर में श्री राम जानकी चार धाम नागा बाबा जनकल्याण में आठवें दिन श्री राम कथा का हुआ आयोजन।

मुंगेर/बिहार।


विश्वमोहन कुमार विधान।



तारा पुर में श्री राम जानकी चार धाम नागा बाबा जन कल्याण गौ सेवा संस्थान के पावन सौजन्य से चल रहे श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ में काशी विश्वनाथ से पधारे राष्ट्रीय संत धर्म प्रचारक धर्म गुरु क्रांति कारी नागा बाबा जी महाराज अष्टम दिवस की कथा में बताए कि महाराज विश्वामित्र अयोध्या नरेश राजा दशरथ जी के यहां से श्री राम और लक्ष्मण को लेकर जाते हैं तब रास्ते में ताड़का नाम की एक राछस मिलती है और श्री राम और लक्ष्मण से युद्ध करती है तब भगवान श्री राम एक ही बाण में ताड़का का प्राण हर लेते हैं तब महाराज विश्वामित्र अपने आश्रम की और जाते हैं और वहां पर यज्ञ करते हैं तभी यज्ञ को भंग करने के लिए  मारीच और सुबाहु सहित कई  राछस आते हैं और यज्ञ को भंग करने लगते हैं तभी प्रभु श्री राम एक बाण मारीच को मारते हैं और मारीच सत जोजन दूर जाकर गिरता है और सारे राछस का प्राण हर लेते हैं इसके बाद प्रभु श्री राम रात्रि विश्राम महाराज विश्वामित्र जी के आश्रम पर करते हैं इस प्रसंग पर महाराज श्री बहुत ही विस्तार से समझाते हैं और महाराज विश्वामित्र का यज्ञ पूर्ण होता है  और इसी बीच महाराज श्री एक बहुत ही सुंदर भजन सुनाए आसरा इस जहां का मिले न मिले मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए।इस भजन को सुनकर सारे श्रद्धालु मंत्र मुग्ध होकर झूम उठते हैं और पूरे तारापुर में भक्ति मय माहौल बना हुआ है।आज के मुख्य यजमान राम प्रकाश केसरी संगीता केसरी,प्रदीप पोद्दार,तारा कांत चौधरी उर्फ खिलाड़ी बाबा,

धर्मबीर,महेश साहा,संजय सोनकर,जय प्रकाश,डॉ.वासुकी प्रसाद,अमरनाथ बाबा,बाल्मीकि पंडित,मातृशक्ति जिला सयोजिका वंदना साह,रक्तवीर किशन केशरी,संतोष पोद्दार,कुन्दन रजक,विभा कूमारी,रानी देवी, सुबी कुमारी, चंदा देवी एवं सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।

  

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