सभी प्रखंडों में दो-दो मत्स्य मॉडल फॉर्म का होगा निर्माण देसी मछली को बढ़ावा देने की अपील - डीएम




समाहरणालय सभागार में देसी मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत की अध्यक्षता में भट्ठा बाजार खुश्की बाग,हरदा, बनमनखी एवं श्रीनगर के मत्स्य थोक विक्रेता एवं खुदरा विक्रेताओं,मत्स्य सहयोग समिति तथा जिला मत्स्य पदाधिकारी एवं मत्स्य विभाग के संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी के निर्देश पर थोक विक्रेताओं द्वारा मत्स्य व्यापार में आने वाली विभिन्न समस्याओं से जिला पदाधिकारी महोदय को अवगत कराया गया। भट्ठा बाजार एवं खुश्की वाग के थोक विक्रेता श्री रविंद्र कुमार, कालीचरण साह द्वारा बताया गया कि देशी मछली वोआरी, कव्ई, सिंघी, गरई,पोठिया,टेंगरा,गैंती,रेहू,कतला, स्थानीय पोखर तालाब कोसी नदी,गंगा,नदी सोयरा नदी आदि से बाजार में उपलब्ध होता है। परंतु मांग के अनुसार इसकी उपलब्धता कम है। जिसके कारण अन्य राज्यों से भी यहां पर मछली का खेप आता है।

बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी द्वारा मत्स्य पालन एवं उत्पादन तथा व्यापार करने वाले थोक विक्रेता एवं संबंधित मत्स्य सहयोग समिति के प्रतिनिधियों तथा मत्स्य विभाग के सभी पदाधिकारियों को देसी मत्स्य पालन एवं उत्पादन तथा मत्स्य बाजार कि बेहतर उपलब्धता और मत्स्य से संबंधित विभिन्न आयामों को बेहतर ढंग से विकसित करने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि भट्ठा बाजार एवं खुश्की वाग के थोक विक्रेताओं का व्हाट्सएप ग्रुप तैयार करना सुनिश्चित करें। ताकि मत्स्य व्यापार एवं उत्पादन में आने वाली समस्याओं का निराकरण समय पर किया जा सके और सरकारी योजनाओं से मिलने वाली सुविधा से अवगत कराने का निर्देश दिया गया। जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक प्रखंड में दो-दो मत्स्य मॉडल फॉर्म निर्धारित समय सीमा के अंदर तैयार कराना सुनिश्चित करें ।

किस प्रजाति की मछली का कितना उत्पादन एवं मत्स्यपालन हो रहा है इसकी सूची का पूर्ण विवरण के साथ तैयार करने का निर्देश दिया गया।

देसी मत्स्य पालन एवं उत्पादन में वृद्धि के लिए समन्वय बनाकर बेहतर कार्य करने का निर्देश दिया गया साथ ही साथ मत्स्य पालकों को प्रशिक्षण की व्यवस्था एवं फ्रीज,हेचडी निर्माण,मछली के दाना प्रोसेसिंग आईसी क्लस्टर एवं मत्स्य पालन से संबंधित सभी आवश्यक कार्य विकसित करने का निर्देश दिया गया।

मछली के थोक एवं खुदरा विक्रेताओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इस को ध्यान में रखते हुए नगर आयुक्त पूर्णिया को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

ग्रामीण क्षेत्रों में देसी मछली के बड़ा उत्पादन क्षेत्र एवं मत्स्य पालन क्षेत्र की सूची तैयार करने एवं वहां पर फ्रिज बर्फ आदि की व्यवस्था हेतु समुचित कार्रवाई करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया।बैठक में नगर आयुक्त आरिफ हसन, उप विकास आयुक्त मनोज कुमार जिला मत्स्य पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।

  

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