

वर्त्तमान में रबी फसलों के अंतर्गत आनेवाले गेहूं के फ़सल की उचित देखभाल की है सख्त जरूरत । :- सुभाषचंद्र झा उर्फ विदुर जी झा
- by Raushan Pratyek Media
- 12-Jan-2024
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जलवायु अनुकूल नहीं रहने के कारण फसलों के उत्पादन पर प्रभाव नहीं
पड़ने को ले विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए।
फसलों की सिंचाई कर यूरिया के साथ बोरोन का छिड़काव करना होगा लाभकारी ।
समस्तीपुर(हसनपुर/बिथान):- वर्त्तमान
समय के रबी फ़सल के अंतर्गत आनेवाले गेहूं के फ़सल के उत्पादन के लिए अनुकूल जलवायु नहीं रहने के कारण इसका सीधा प्रभाव फ़सल के उत्पादन पर पड़ने से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरते जाने की सख्त जरूरत है। उक्त बातें बिहार सरकार के कृषि विभाग के कर्मी सुभाषचंद्र उर्फ विदुर जी झा ने कहते हुए बताया की गेहूं के फ़सल के विकास एवम उत्पादन के लिए फोटोपीरियोडिजम की प्रक्रिया का होना बहुत जरूरी है लेकिन वर्तमान समय में इस प्रक्रिया के लिए जलवायु अनुकूल नहीं है। फोटोपीरियोडिजम की प्रक्रिया के लिए
लंबी रात, कम प्रकाश एवम दस से पंद्रह दिनों तक 10 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान के रहने की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया की गेहूं के फ़सल के अच्छे उत्पादन के लिए शीतलहर की आवश्यकता होती है जो की इस बार अब तक ठीक तरीके से नहीं आ पाई है। इसलिए ऐसी परिस्थिति में किसानों को अपने गेहूं के फसलों की सिंचाई कर यूरिया के साथ बोरोन मिलाकर छिड़काव अवश्य करना चाहिए। इससे उनके फ़सल की बालियां भी मजबूत होंगी तथा अच्छी
उत्पादन भी प्राप्त हो सकेगी।

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