बड़ी लापरवाही - मुजफ्फरपुर में बच्चे के इलाज के दौरान डॉक्टर ने पैर में टांका लगाकर छोड़ी सुई और कर दिया प्लास्टर


मुजफ्फरपुर  : बिहार के मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग की एक और लापरवाही सामने आई है जहा ऑपरेशन के दौरान स्कूली बच्चे के पैर में सुई छोर प्लास्टर कर दिया. जब मामला सिविल सर्जन तक पहुंचा तो उन्होंने कहा की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी. दरअसल मुजफ्फरपुर में एक स्कूल के परिसर में पेड़ का डाल गिरने से घायल बच्चे के इलाज में चिकत्सक ने ड्रेसिंग दौरान में बच्चे के पैर में नीडील ही छोड़ दिया. बताया गया की बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई बच्चे के पैर में ही छोड़ दिया और उसी के ऊपर से प्लास्टर कर दिया।इससे बच्चे की स्थिति काफी बिगड़ गई।सही समय पर सुई का पता चल जाने से बच्चे के पैर कटने से बच गया.


मालूम हो की बीते माह मुजफ्फरपुर जिले के एक सरकारी स्कूल के परिसर में एक पेड़ का डाल गिर जाने से कई छात्र घायल हो गए थे.आनन फानन में घायल बच्चो को इलाज के लिए SKMCH में भर्ती करवाया गया था.इस दौरान एक घायल हुए बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई बच्चे के पैर में ही छोड़ कर उसी के ऊपर से प्लास्टर कर दिया गया.जिससे बच्चे की स्थिति काफी बिगड़ गई और जब बच्चे का दर्द बढ़ते गया तो परिजनों ने पटना के पीएमसीएच में भी दिखाया लेकिन जब वहां भी किसी प्रकार का कोई सहयोग नहीं मिला तो फिर वह मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां बच्चों के पैर में एक्स- रे के दौरान सुई का पता चल जाने से बच्चे के पैर कटने से बच गया और सही समय पर उसका इलाज संभव हो पाया.


बताया गया की बीतें 24 नवंबर को मिनापुर प्रखंड के धरमपूर पंचायत इलाके क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मोथहामल के विद्यालय के प्रांगण मे स्थित एक पेड़ का डाल बच्चो के उपर में गिर गया.जिसमे कई बच्चे घायल हो गए थे. वही एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया था.घायल बच्चो का इलाज S.K.M.C.H. मे करवाया गया,जहां इलाज के दौरान एक बच्चे के पैर के भीतर ही निडील छोड़कर ड्रेसिंग कर दिया गया. जिसके बाद उस बच्चे की हालत और बिगड़ गई.जिसके बाद परिजनो ने बेहतर इलाज के लिए उसे P.M.C.H. ले गए, बच्चे की स्थित देख निजी अस्पताल में जब इलाज के लिए ले जाया गया तब जांच के दौरान पता चला की पैर के अंदर नीडील होने के कारण बच्चे के पैर मे इन्फेक्शन फैल गया है.जिसके बाद परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए ग्रामीणों के सहयोग से शहर के एक निजी अस्पताल मे भर्ती करवाया जहां उसका इलाज चल रहा है.


वही इलाजरत बच्चे के मां की माने तो स्कूल की घटना के बाद बच्चे का इलाज एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में करवाया और घर लेकर की चले गए. बाद में दर्द होने पर दूसरे जगह इलाज कराया तो पता चला की पैर में सुई की निडिल को छोड़ दिया गया है.जिसको लेकर अब इलाज करके हटा दिया गया है जिससे बच्चे के पैर काटने से बचा लिया गया.


वही इस पुरे मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ ज्ञान शंकर ने बताया है कि मामला संज्ञान में आया है कि एक बच्चे के प्लास्टर के दौरान में स्टीच के दौरान में निडिल छोड़ी गई है अभी कोई शिकायत नहीं किया है. अगर शिकायत मिलती है तो जांच कर करवाई किया जायेगा. मामला एसकेएचसीएच मेडिकल कालेज से जुड़ा हुआ है इसलिए पूरे मामले में जानकारी लिया जायेगा.


मुजफ्फरपुर ब्यूरो रिपोर्ट/रुपेश कुमार

  

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