ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनकर पैसा उगाही करना पड़ा महंगा गए जेल।।




पटना:-बिहार पुलिस के एक जवान को ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनकर अवैध वसूली करना भारी पड़ गया है। सिपाही के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। फिलहाल सिपाही को फुलवारी थाना में रखा गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।पटना के ट्रैफिक एसपी पूरन झा ने बताया कि बीते कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि सुबह 6 बजे से 9 बजे के बीच एक ट्रैफिक पुलिस का जवान खोजा ईमली और उसके आसपास गाड़ियों रोककर चेक करता है। चालान का भय दिखाकर अवैध वसूली करता है। ट्रैफिक डीएसपी-3 अजीत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में ट्रैफिक रेगुलेशन मोबाइल नं-07 के प्रभारी जमादार संजय कुमार को भी शामिल किया गया।टीम सुबह करीब 8 बजे खोजा ईमली मजार पहुंची। इस दौरान एक सिपाही जिसकी वर्दी पर नेमप्लेट नहीं लगा हुआ था और चेहरा रूमाल से ढका हुआ था। वो गाड़ियों को रोक रहा था। जबकि सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक उस जगह ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी रहती है। ऐसे में सुबह 8 बजे और रात 9 बजे के बाद अकेले सिपाही का खड़े होना संदिग्ध पाया गया।सिपाही को रोककर पूछताछ की गई। पूछताछ में सिपाही का जवाब संतोषजनक नहीं लगने पर उसे फुलवारीशरीफ थाना लाया गया। सत्यापन में पाया गया कि यह सिपाही आशुतोष कुमार पिता, प्रकाश साह, गोगरी, जिला खगड़िया, पहले ट्रैफिक पुलिस में था । पिछले 23 नवंबर को ही ट्रैफिक से विरमीत कर दिया गया है। ऐसे में आशुतोष कुमार का ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनकर अवैध वसूली करना कानून के खिलाफ है। इसलिए आशुतोष कुमार पर फुलवारी शरीफ थाना में मामला दर्ज कराया गया है। आगे की जांच की जा रही है।इसके अलावा ट्रैफिक एसपी पूरन झा के नेतृत्व में काला शीशा लगे गाड़ियों के खिलाफ अभियान चलाया गया। जिसके तहत आज 24 गाड़ियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की गई है। यह अभियान अभी जारी रहेगा। साथ ही बिना ड्राइविंग लाइसेंस के 9 गाड़ियों को जब्त किया गया है। जिस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।।

  

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