मधुबनी-माँ अन्नपूर्णा महिला मंच द्वारा धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस



किशोर क़ुमार ब्यूरो 


मधुबनी जिला के जयनगर में डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर मनाये जाने वाले शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर माँ अन्नपूर्णा महिला मंच द्वारा संचालित सिलाई सेंटर एवं ब्यूटी पार्लर में टीचर-डे धूमधाम से मनाया गया। आज सेन्टर के निःशुल्क प्रशिक्षण पा रहे छात्राओं ने बहुत ही खुशी से इस दिन को मनाया।


इस अवसर पर माँ अन्नपूर्णा सिलाई सेन्टर, जयनगर के मुख्य संयोजक अमित कुमार राउत ने कहा कि अध्यापक ही होता है, जो बच्चें के मनोभाव को पहचानता है। मां-बाप से कही ज्यादा अध्यापक बच्चों को समझते है, क्योंकि दिन के आधे हिस्से में से वही उनके साथ अधिक रहते हैं। एक अध्यापक देश का निर्माता होता है। अध्यापक एक आम बच्चें को कल का नेता, डाक्टर, वकील, इंडीनीयर आदि बनाता है। उनके दिशा निर्देशों पर ही चल कर बच्चें अपनी मंजिल को पा सकते है, बिना गुरु के कोई भी अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सकता है।


इस मौके पर माँ अन्नपूर्णा महिला मंच की कामिनी साह ने कहा कि वैसे तो शिक्षक दिवस सभी देशों में अलग-अलग तिथि को मनाया जाता है, लेकिन भारत में पांच सितंबर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। जो एक शिक्षक होते हुए भारत के प्रथम उप राष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति भी थे। भारत में बहुत सारे महान लोग है, पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन पर ही क्यों मनाया जाता है, क्योंकि वे बच्चों से बहुत प्यार करते थे। छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने आगे चल के अपने लक्ष्य को प्राप्त करना ही संस्थान का उद्देश्य है। मौजूद छात्र-छात्राओं ने गुरु शिष्य के परंपरा को निभाने और एक अच्छे शिक्षक की तरह छात्रों ने प्रण किया कि वो अपने आस पास रहने वाले अशिक्षित, भटके हुए छात्रों को सही राह दिखाने एवं एक अच्छे इंसान बनने की प्रेरणा दें।


इस मौके पर माँ अन्नपूर्णा सिलाई सेन्टर, जयनगर के सह प्रशिक्षक रानी कुमारी, माँ अन्नपूर्णा महिला मंच की सदस्या कामिनी साह, सबिता देवी, मुस्कान शर्मा, सरिता कुमारी, माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के मुख्य संयोजक अमित कुमार राउत, माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के सचिव लक्षमण यादव, माँ अन्नपूर्णा रक्तरक्षक के सदस्य सुमित कुमार राउत सहित कई अन्य प्रशिक्षु छात्राएं उपस्थित थे।


क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस, आखिर क्या है इसके मायने :


देश के प्रथम उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती 5 सितंबर को होती है। उन्हीं की याद में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। एक बार उनके कुछ विद्यार्थी और दोस्तों ने उनसे कहा कि, वह उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट करना चाहते हैं। तब उन्होंने कहा था, "मेरा जन्मदिन अलग से मनाने के बजाए अगर मेरा जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो मुझे गर्व महसूस होगा"। सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। सन 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

  

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