मोतिहारी:- तीन दिवसीय पशु संरक्षण, उद्यान प्रदर्शनी व आत्मनिर्भर कृषि महोत्सव संपन्न



--पीपराकोठी में कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि महोत्सव का आयोजन आज तीसरा दिन समपन्न हुआ।कोरोना के दौरान देश को सिख मिली पशुपालन व दूध उत्पादन से परिवार भूखा नही नही रह सकता हैं। आत्मनिर्भर बनने का संकल्प प्रथम मूल्यमन्त्र पशुपालन ही है। दुनिया मे सबसे ज्यादा भरत दूध उत्पादन कर रहा है। दो सौ मिलियन टन भारत में दूध उत्पादन होता है। राष्ट्रीय डेयरी विकास के माध्यम से इस जिले में मदर डेयरी की स्थापना हुई। पशुओं के लिए पशु आहार, पशु आहार, पशु स्वास्थ्य आदि का ध्यान देकर अच्छे पशुपालक बन सकते हैं। भारत सरकार ने नई बजट में 25 करोड़ रुपया दिया है। जिससे सौ सेंटर खोले जाएंगे जहां कृतिम भ्रूण प्रत्यारोपण गायों में किया जायेगा जिससे 90 प्रतिशत बछिया पैदा होगी। उक्त बातें कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय पशु संरक्षण, उद्यान प्रदर्शनी व आत्मनिर्भर कृषि महोत्सव के तीसरे दिन समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, गुजरात के अध्यक्ष मिनेश शाह ने कही। कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, गुजरात के अध्यक्ष मिनेश शाह, पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार, कुलपति डा पीएस पांडेय, केविके प्रमुख डा अरविंद कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने किया। वही सभा को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि किसान अपने भाग्य भरोसे नही जीता बल्कि अपने कर्मों पर विश्वास रखता है। जिसका उदहारण है कि बापूधाम मिल्क पॉड्यूसर समिति के सदस्यों ने महीने के तीन में बार 11-11 करोड़ की राशि दूध देकर प्राप्त करते हैं। परंतु यह भी कम है। आने वाले दिनों में यह राशि बढ़ कर 22-22 करोड़ हो जायेगी। उन्होंने ने कहा की हमारे पुराने नस्ल के गाय उत्तम व पर्याप्त नही है। हमें उन्नत नस्ल के गाय पालना होगा।4 प्रतिशत ब्याज पर 400 किसान उत्तम किस्म के गाय किसान बैंक के माध्यम से ले चुके हैं और दो हजार गाय किसानों देने का लक्ष्य रखा गया है। जिसे सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक केसीसी के माध्यम से देगे। भारत सरकार द्वारा 25 करोड़ रुपये बापूधाम मिल्क पॉड्यूसर को दिया गया है। जिससे सौ कृतिम गाय गर्भधान सेंटर बनेंगे। कहा कि गाय से हमें अनेकों प्रकार के आमदनी हैं। दूध, गोबर, मूत्र आदि बहुत उपयोगी है. एक किसान के पास अगर एक भी गाय हो तो वह भूखा नही रह सकता। किसान भगवान है और उनका मंदिर पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र है। मौके पर मुख्य रूप से कुलपति डा पीएस पांडेय, उपमेयर डा लालबाबू प्रसाद, केविके प्रमुख डा अरविंद कुमार सिंह, पीडीडीयू वाणिकी एवं उद्यानिकी महाविद्यालय के डीन डा कृष्ण कुमार, सोमेश्वर, निदेशक डा केजी मण्डल, प्रमुख रजनीश यादव, रविन्द्र सहनी, मुखिया हेमंत कुमार, राजकिशोर सिंह, निखिल प्रताप सिंह, गौरव कुमार, वैज्ञानिक नेहा पारीक सहित कई वैज्ञानिक व सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे।

  

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