अब हाईटेक होने वाली है पटना जिले की सभी थाना अब CCTNS माध्यम से अपलोड की जाएगी लेखा जोखा:-ADG जितेंद्र सिंह गंगवार


पटना:-बिहार पुलिस के थाना स्तर पर मूलभूत क्रियाकलापों में बुनियादी परिवर्तन बिहार पुलिस अपने क्रियाकलाप तथा शैली में लगातार तकनीकी का सहयोग लेकर अपने कार्यों को अधिक पारदर्शी तथा विश्वसनीय बनाने हेतु तत्पर है। बिहार पुलिस डिजिटाइज्ड होने की दिशा में अग्रसर है। इसकी जानकारी अपर पुलिस महानिदेशक जे एस गैंगवार ने दी है।पुलिस हस्तक नियम 116 के आलोक में थाना दैनन्दिनी में थाना की दैनिक गतिविधियों का लेखा जोखा अंकित किया जाता है राज्य के 964 थानों में जहाँ CCTNS (Crime and Criminal Tracking Network & System) परियोजना पूर्णत कार्यरत है उन थानों में CCTNS पोर्टल पर प्राथमिकियाँ पूर्व से अपलोड की जा रही हैं अब प्राथमिकी के साथ साथ थाना दैनिकी भी अपलोड की जायेगी 05 दिसम्बर 2023 से पटना जिला में CCTNS पोर्टल पर अब थाना दैनिकी अपलोड की जायेगी।15 दिसम्बर 2023 से राज्य के सभी जिलों में CCTNS पोर्टल पर थाना दैनिकी अपलोड करने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जायेगी और 01 जनवरी 2024 से राज्य के सभी जिलों में जिन 964 थानों में CCTNS कार्यरत है, थाना दैनिकी अपलोड करना प्रारम्भ कर दी जायेगी।राज्य में कुल 1033 थानों में 964 थानों में CCTNS परियोजना पूरी तरह से कार्यरत है शेष थानों में भी शीघ्र हीं इस परियोजना को प्रारम्भ कर लिया जायेगा तथा वहाँ भी CCTNS पोर्टल पर प्राथमिकी तथा थाना दैनिकी अपलोड की जायेगी।CCTNS पोर्टल पर थाना दैनिकी अंकित करने से पुलिस के कार्यों की पारदर्शिता तथा विश्वसनीयता बढ़ेगी। रियल टाइम पर थाना दैनिकी की प्रविष्टियाँ होंगी तथा आम जनों के कार्य निर्धारित समय सीमा में स्वतः किये जायेंगे।नियमतः थाना दैनिकी में प्रत्येक अधिकतम 02 घण्टे के अंतराल पर प्रविष्टियाँ की जाती हैं तदनुसार अब थाना दैनिकी में 02 घण्टे के अंतराल पर।01 जनवरी 2024 के उपरान्त पूर्णतः थाना दैनिकी को डिजिटली अपलोड करने की तैयारी की जा रही है तथा पारम्परिक हस्तलिखित थाना दैनिकी को समाप्त किया जायेगा।'पुलिस हस्तक नियम 116 के अनुसार ही थाना में आये परिवादों चाहे वे संज्ञेय हों या असंज्ञेय, परिवादियों के नाम गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम, बंदियों का आना / भेजा जाना, का बाँटा जाना, अधिकारियों का काम आगमन प्रस्थान इत्यादि थाना दैनिकी में अंकित की जाने वाली कार्रवाईयों को पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा।


इसका एक महत्वपूर्ण लाभ यह होगा कि हस्तलिखित थाना दैनिकी में की गयी प्रविष्टियों की हस्तलिपियाँ (Hand writing) कभी कभी अपठनीय होती है किन्तु थाना दैनिकी डिजिटली अपलोड किये जाने पर सुस्पष्ट तथा पूर्णतः पठनीय होंगी ताकि कोई संदेह या भ्रान्ति नहीं उत्पन्न हो सके।यह व्यवस्था भी रहेगी कि जिलों के थाना दैनिकियों का अवलोकन पुलिस अधीक्षक अपने कार्यालय में हीं उस पोर्टल पर जाकर कभी भी कर सकें। इसी प्रकार क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक / पुलिस उपमहानिरीक्षक अपने अपने क्षेत्रों के किसी भी थाना की थाना दैनिकी का अवलोकन कर सकेंगे।इसके लिए आवश्यकतानुसार विस्तृत SOP तैयार कर मार्गदर्शन तथा दिशा निर्देश हेतु सभी जिलों को प्रेषित की जायेगी।CCTNS परियोजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हेतु विशिष्ट प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी थानों में डाटा इन्ट्री करने वाले पदस्थापित किये जा रहे हैं।यह भी स्पष्ट करना है कि कभी कभी किसी घटना के घटित होने पर आम जनों के द्वारा सड़क अवरुद्ध कर दी जाती है, विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न की जाती है अथवा प्राथमिकी अंकित करने में आवेदन लिखने में तथा थाना को देने में देर की जाती है जिसके चलते यदि वादी की ओर से प्राथमिकी अंकित होने में विलम्ब होता हैं तो यह विलम्ब भी अभिलेखों में परिलक्षित होगा। आम जनता को जागरूक होना होगा ताकि विलम्ब नहीं हो।।

  

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