रघुनाथपुर ट्रेन दुर्घटना दुखद, सुरक्षा मानकों में कटौती के कारण बढ़ रही दुर्घटना : माले

भाकपा-माले के नेता पहुंचे घटनास्थल पर, राहत कार्य में प्रशासन की कर रहे मदद


पटना :-भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने 11 अक्टूबर की रात लगभग दस बजे रघुनाथपुर स्टेशन के पास आनंद विहार-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12506) के दुर्घटनाग्रस्त होने पर गहरा दुख जताया है. ट्रेन की सभी 24 बोगियां बेपटरी हो गईं. प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुसार 4 लोगों की मौत व 108 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है. भाकपा-माले मृतक परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है.


उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना सुरक्षा मानकों में लगातार हो रही कटौती का नतीजा है. प्राप्त सूचना के अनुसार एक पटरी से दूसरी पटरी पर जाते हुए ज्वायंट पर यह दुर्घटना हुई. पटरियां पुरानी हैं, पूरा सिस्टम पुराना है, कर्मियों की बहाली की बजाए लगातार छटनी की जा रही है; ऐसे में ऐसी दुर्घटनाओं के लिए पूरी तरह से केंद्रीय सरकार की ही जिम्मेवारी बनती है. मोदी शासन में रेलवे का किराया तो लगातार बढ़ता गया, लेकिन व्यवस्था खराब से खराब होती गई है. हम मृतक परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपए का मुआवजा और घायलों के समुचित इलाज की मांग करते हैं.


दुर्घटना की सूचना मिलते ही भाकपा-माले के डुमरांव विधायक का. अजीत कुमार सिंह पार्टी के नेताओं- कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य में स्थानीय लोगों तथा प्रशासन की मदद में हाथ बटाते रहे. घायलों को प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्र, रघुनाथपुर सहित अन्य स्थानीय निजी क्लीनिकों में भर्ती कराया गया है. स्थिति के मुताबिक बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बक्सर तथा गंभीर रूप से घायल लोगों को पटना पीएमसीएच भी रेफर किया गया है. 


डुमरांव अस्पताल में भाकपा-माले के डुमरांव सचिव सुकर राम के नेतृत्व में खेग्रामस के जिला अध्यक्ष कन्हैया पासवान, इनौस नेता शैलेन्द्र पासवान, बाबूलाल राम, पार्टी के वार्ड पार्षद अनिल राजभर के साथ राहत कार्य और ब्लड देने के लिए पहुंचे. 


आठ बोगियां पूरी तरह से बेपटरी हो गई थीं. दो बोगियां एक-दूसरे से टकराते हुए ढलान से नीचे गिर गईं. अभी तक प्रशासन द्वारा 4 लोगो की मौत तथा 108 लोगों के घायल होने की पुष्टि की गयी है जबकि घटना की भयावहता को देखते हुए संख्या बड़ी हो सकती है. रेलवे ने आधिकारिक तौर पर हताहतों की संख्या नहीं बताई है, लेकिन घटनास्थल पर राहत-बचाव में लगे कर्मियों ने बताया कि पांच लोग ऐसे निकाले गए, जिनकी सांसें नहीं चल रही थी. राहत-बचाव कार्य जारी है परन्तु अभी भी लोगों को बोगियों से निकाला जाना बाकी है. मृतकों और घायलों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।।

  

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