समस्तीपुर : हसनपुर प्रखंड में जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण को ले प्रशिक्षणचर्या कार्यक्रम की प्रक्रिया हुई प्रारंभ




समस्तीपुर (हसनपुर) : प्रखंड मुख्यालय हसनपुर में जाति आधारित गणना वर्ष 2022 के द्वितीय चरण को ले सभी प्रतिनियुक्त कर्मियों की प्रशिक्षणचर्या कार्यक्रम प्रारंभ की जा चुकी है।सभी प्रतिनियुक्त प्रगणक , पर्यवेक्षकों को संबंधित फिल्ड ट्रेनरों  के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा।  इस बावत प्रखंड विकास पदाधिकारी हसनपुर सह जाति आधारित गणना के  चार्ज अधिकारी जय किशन ने बताया की जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण में सभी प्रगणकों को परिवार के प्रधान सहित परिवार के सदस्यों के नाम, परिवार के प्रधान के साथ उनके संबंध ,उनकी आयु,लिंग, वैवाहिक स्थिति,धर्म,जाति का नाम एवम कोड,शैक्षणिक योग्यता,कार्यकलाप,

आवासीय स्थिति, अस्थायी प्रवासीय स्थिति, कंप्यूटर व लैपटॉप होने की जानकारी,मोटरयान,कृषि भूमि, आवासीय भूमि,सभी स्रोतों से कुल मासिक आय, आधार संख्या से संबंधित आवश्यक जानकारियां संकलित करने को ले प्रशिक्षित किया जा रहा है । इन सभी सत्रह प्रश्नों से संबंधित जानकारी ऑफलाइन मोड,तथा ऑनलाइन मोड में एंड्रॉयड मोबाइल के माध्यम से आंकड़े को संकलित करने संबंधी टिप्स के बारे में बारीकी से जानकारी साझा की जा रही है।मौके पर अंचलाधिकारी हसनपुर सह सहायक चार्ज अधिकारी जाति आधारित गणना  आनंदचंद्र झा, फिल्ड ट्रेनर लालन कुमार, बैद्यनाथ रजक, नुनु रजक, कुमार दीपक, अशोक कुमार , शंभू कुमार, जाति आधारित गणना कोषांग के प्रतिनियुक्ति नोडल कर्मी शंभू प्रसाद, भवेश्वर कुमार,राजेश रंजन राय,  सहित सभी पर्यवेक्षक मौजूद थे।वहीं जाति आधारित गणना को ले शिक्षक  सुशांत यादव सुमित ने बताया की  बिहार सरकार के द्वारा कराए जा रहे  जाति आधारित गणना समाज के सभी वर्ग के लोगों के लिए लाभकारी व जरूरी है।उन्होंने  कहा की जाति आधारित गणना हमारे समाज में रहने वाले सभी वर्ग के लोगों के जीवन स्तर के उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा। बिहार सरकार जाति आधारित गणना के माध्यम से आमलोगों की जाति के साथ साथ उनके आर्थिक स्तर की जानकारी जुटा कर भविष्य की लोककल्याणकारी योजनाओं का निर्धारण कर सकेगी।जाति आधारित गणना को लेकर आमलोगों को भी सकारात्मक सोच रखनी चाहिए ताकि बिहार सरकार के इस अभियान के दूरगामी परिणाम देखने को मिल पाएगी । अभी भी समाज के बहुत सारे वर्ग के लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए बेहतर लोककल्याणकारी योजनाओं के निर्धारण की आवश्यकता है । इसके लिए जाति आधारित गणना को एक मानक मापदंड मानकर बिहार सरकार एक तरफ बेहतर कार्ययोजनाओं के साथ सबका साथ सबका विकास की नीति पर सफलतापूर्वक कार्य कर पाएगी, तो दूसरी तरफ वर्तमान पीढ़ी तथा आनेवाली पीढ़ियों  के उज्ज्वल भविष्य के लिए अलग अलग प्रकार के योजनाओं का चयन हो पाएगा ।

  

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