

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बिहार में चुनावी दौरा
- by Raushan Pratyek Media
- 28-Sep-2025
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पुर्णिया, भागलपुर और सहरसा की हारी हुई सीटों पर अमित शाह की नजर
पटना से ब्यूरो चीफ अजय शंकर की रिपोर्ट
पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भले ही अररिया और समस्तीपुर में चुनावी बिगुल फूंक रहे हैं। लेकिन उनके निशाने पर पूर्णिया,भागलपुर और सहरसा की हारी हुई सीटें है। अररिया में पूर्णिया, सहरसा और भागलपुर विधानसभा से आए कार्यकर्ताओं में अमित शाह जोश भरने का काम कर रहे हैं। वे कार्यकर्ताओं से 100 फीसदी जीत का वादा भी ले रहे हैं। मकसद भी बिल्कुल साफ है। अमित शाह की नजर में सहरसा, पूर्णिया और भागलपुर जिले की हारी हुई 8 विधासनसभा सीटों पर जीत का समीकरण गढ़ना है। इसीलिए शनिवार 27 सितंबर का दिन अमित शाह ने अररिया और समस्तीपुर के लिए चुना।
पूर्णिया-भागलपुर और सहरसा से जीत का क्या होगा फॉर्मूला
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में अपनी मुहिम को आकार देना शुरू कर दिया है। ये सब जानते हैं कि बिहार चुनाव सत्ताधारी पार्टी के लिए हमेशा आसान नहीं रहा। अमित शाह इसी मुश्किल को दूर करना चाहते हैं।
पूर्णिया- अमौर, बायसी और कस्बा सीट पर
2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए पूर्णिया से बड़ी उम्मीद के साथ चुनावी जंग में उतरा था। हालांकि बीजेपी को बनमनखी और पूर्णिया विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी और जदयू को रूपौली और धमदाहा में। लेकिन अमौर, बायसी और कस्बा में NDA को हार का सामना करना पड़ा था। अमौर विधानसभा से AIMIM के अख्तरूल इमाम ने जदयू के सबा जफर को परास्त किया। अब अमित शाह यहां जीत का समीकरण गढ़ने आए है। यही हाल बायसी विधानसभा सीट का भी है। बायसी से भी AIMIM के सैयद रुकुद्दीन ने बीजेपी के विनोद कुमार को हराया था। अमित शाह यहां से हुई हार को जीत में बदलने का मंत्र देंगे। कस्बा से प्रदेश कांग्रेस के अफाक आलम ने लोजपा(से) के प्रदीप कुमारको हराया था। हम के उम्मीदवार राजेंद्र यादव तीसरे नंबर पर थे। यहां से अमित शाह कोई अलग रणनीति तय कर जीत का समीकरण गढ़ेंगे।
भागलपुर और नाथनगर सीटों पर भी अमित शाह की नजर
भागलपुर जिले में कुल 7 विधानसभा सीटें हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बिहपुर, पीरपैंती, कहलगांव में जीत मिली थी और जदयू ने भी गोपालपुर और सुल्तानगंज विधानसभा से जीत दर्ज की थी। लेकिन भागलपुर शहरी विधानसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। 2020 के विधासनसभा चुनाव में कांग्रेस के अजीत शर्मा ने बीजेपी के रोहित पांडे को हराया था। जदयू को भीहै नाथनगर सीट गंवानी पड़ी। यहां राजद के उम्मीदवार अली अशरफ ने जदयू के लक्ष्मी मंडल को लगभग सात हजार वोटों से हरा दिया था।
सिमरी बख्तियारपुर में NDA को मिली थी हार
2020 के विधानसभा चुनाव में NDA का प्रदर्शन सहरसा में अच्छा रहा था। सहरसा जिले में 4 विधानसभा क्षेत्रों में से तीन पर उसे जीत मिली थी। सोनवर्षा विधासनसभा से जदयू के रत्नेश सदा ने जीत हासिल की थी। मेहसी विधानसभा क्षेत्र से जदयू के उम्मीदवार गुंजेश्वर साह ने राजद के गौतम कृष्ण को हराया था। लेकिन सिमरी बख्तियारपुर में NDA की तरफ से वीआईपी के मुकेश सहनी उम्मीदवार थे। इन्हें राजद के यूसुफ सलाउद्दीन ने परास्त किया था। इस बार वीआईपी महागठबंधन के साथ है। अमित शाह के निशाने पर यह सीट भी है। इस क्षेत्रीय सम्मेलन में इस सीट की रणनीति पर भी कार्यकर्ताओं से राय ली जाएगी।

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