जनकपुर धाम के कलाकारों ने पारंपरिक मिथिला लोकनृत्य से बांधा समां


अश्वनी कुमार, समस्तीपुर 


हसनपुर : प्रखण्ड के सर्वेश्वर धाम में सिया जी बहिनिया हमार हो, राम होयहे पहूनमा जेसे गीत से सर्वेश्वर धाम शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर ज्योति प्रिया, चांदनी झा चकोर तथा जनकपुर धाम से आये हुए कलाकारों ने पारंपरिक मैथिली लोकगीत, मिथिला लोकनृत्य, झिझिया नृत्य, झूमर नृत्य से समा बांध दिया। आज के युग में जहां हमलोग फुहर गीतों को सुनना ज्यादा पसंद करते हैं, डीजे पर अश्लील गाने बजते हों , हम अपनी संस्कृति को छोड़ दुसरी संस्कृति को अपना रहे हैं। सर्वेश्वर धाम संस्थान हमे अपनी संस्कृति से रूबरू करवा रहा है जो काबिले तारीफ है। यह कहना सांस्कृतिक संध्या में आये हुए दर्शको का था जिन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम का आनंद लिया। बम भोला के दरबार हम आनंदे रहवै यो,  छापर छुपर निमिया गछिया, जहां उगे छत पहिले सुरूज देव,जट जटिन नृत्य , मिथिला में राम खेलते होली आदि गीत संगीत, नृत्य से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया गया। चार दिवसीय यज्ञ का अनवरत आयोजन किया गया है। जिसके लिए विद्वान पुरोहितों के द्वारा वैदिक रीति रिवाज से कराया जा रहा है। हस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने मंदिर पहुंच रहे हैं।सांस्कृतिक संध्या के अवसर पर पूर्व विधायक राज कुमार राय, विजय यादव, राम किशोर राय, नरेन्द्र झा, पालन झा, मुरारी झा, घनश्याम झा, विदुर जी झा, राकेश झा, राज कुमार लाल,गोतम राय, प्रमोद साहू, विशेश्वर झा, धीरज राय, जगन्नाथ झा,नवीन झा, अंकित, नीरज, अनमोल, गोलु, गोपाल पासवान, विपीन झा, आशुतोष झा, शिवनाथ मिश्रा, ज्योति नाथ मिश्रा, नागेन्द्र मिश्रा,टुनटुन राय सहित सभी श्रद्धालु उपस्थित थे।

  

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