बेगूसराय में होम्योपैथी उपचार के साथ रोगियों के इलाज की एक प्रणाली है:- डॉक्टर संजय कुमार

नेहा कुमारी सिटी रिपोर्टर



बेगूसराय  बखरी प्रखण्ड में 18 वीं सदी से चली आ रही होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति शरीर की अपनी हीलिंग प्रक्रिया को जागृत करने के लिए प्राकृतिक पदार्थों का उपयोग करती है जिसके सिद्धान्तों को जर्मन चिकित्सक डॉ.सैमुअल हैनीमैन ने 18 वीं शताब्दी के अंत में विकसित किया था यह लाइक क्योर लाइक के सिद्धांत पर आधारित है उक्त बाते वेलसन होम्योपैथी के संस्थापक सदस्य डा संजय कुमार सिंह बखरी के रहमानी होम्यो किलनीक पहुंचने पर कही उन्होंने कहा कि होम्योपैथी दो यूनानी शब्दों, होमियोस और पथोस का मिश्रण है. होमियोस का अर्थ है समान और पथोस का अर्थ है दुख.दूसरे शब्दों में, होम्योपैथी उपचार के साथ रोगों के इलाज की एक प्रणाली है. होम्योपैथिक उत्पाद पहाड़ की जड़ी-बूटियों,सफेद आर्सेनिक जैसे खनिजों,जहर आइवी और कुचल मधुमक्खियों जैसे जीव जन्तुओं से बनाए जाते हैं.ये होम्योपैथिक उत्पाद चीनी छर्रों,मलहम,गोलियों,जैल, क्रीम और बूंदों के रूप में होते हैं. उपचार प्रत्येक व्यक्ति की जरूरतों के अनुसार तैयार किया जाता है.इस दौरान रहमानी होम्यो किलनीक के डा एमएन रहमानी ने वेल्सन के संस्थापक सदस्य संजय कुमार सिंह तथा एनके सिंह को बुके और सॉल औढ़ाकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में बखरी होम्योपैथिक चिकित्सक संघ के सभी डाक्टर मौजूद थे.मौके पर डा आरके तिवारी, डा ललन,डा आलोक कुमार,डा इरशाद आलम,डॉक्टर अमरजीत कुमार,डॉक्टर आरपी सिंह,डॉ विजय कुमार,डॉक्टर गौतम राठौड़,डॉक्टर गणेश,डॉक्टर बाल्मीकि पोद्दार,डॉ विनय कुमार आदि उपस्थित थे.

  

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