मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जाति गणना एवं आर्थिक सर्वेक्षण का निर्णय सभी वर्गों के कमजोर लोगों के विकास के लिए किया गया : दुर्गेश राय




अश्वनी कुमार, समस्तीपुर 


समस्तीपुर : बिहार सरकार द्वारा बिहार में जाति आधारित गणना एवं आर्थिक सर्वेक्षण के निर्णय को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा वैध घोषित किए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव डॉ दुर्गेश राय ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जाति गणना एवं आर्थिक सर्वेक्षण का निर्णय सभी वर्गों के कमजोर लोगों के विकास के लिए किया गया था। इस गणना से समाज के सभी वर्गों में उन कमजोर और गरीब लोगों की पहचान की जाएगी कि आजादी के इतने बरस के बाद भी आज तक किन  वर्गों के गरीबों का आनुपातिक विकास और भागीदारी मुख्यधारा में नहीं हो पाया है। इस जाति गणना से समाज के सभी पिछडे, अति पिछड़े, दलित, महादलित, गरीब और कमजोर लोगों की पहचान कर उनके विकास के लिए सरकार को योजना बनाने में मदद मिलेगी। माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय से भारतीय जनता पार्टी का पिछड़ा, अति पिछड़ा,  दलित, महादलित, गरीब और कमजोर वर्ग विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। एक साजिश के तहत जातिगत गणना एवं आर्थिक सर्वेक्षण को रोकने का जो कुत्सित प्रयास भारतीय जनता पार्टी और उनके नेताओं ने किया, उसका आज पोल खुल गया है। आज एक बार फिर से जाति गणना की शुरुआत हो चुकी है जिससे कमजोर वर्ग के लोगों में काफी खुशी है और उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा है कि उनकी गरीबी और भागीदारी  की पहचान कर भविष्य में उनके परिवार के विकास और मुख्य धारा में भागीदारी के लिए एक मजबूत योजना बनाई जाएगी। जाति गणना और आर्थिक सर्वेक्षण के निर्णय के लिए जिला जनता दल यूनाइटेड   और इस जिले के सभी पिछड़े, अति पिछड़े, दलित, महादलित और कमजोर वर्ग के लोग बिहार के मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करता है तथा माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करता है। आज जिस तरह भारतीय जनता पार्टी देश को नफरत की आग में झोंक रही है और हिंदू मुसलमान के रूप में लोगों को विभाजित करने का प्रयास कर रही है, उसका  हम सभी लोग निंदा करते हैं तथा भाजपा के नेताओं से पूछना चाहते हैं कि विगत 9 वर्षों में महंगाई की मार से देश की जनता त्रस्त है और महंगाई से ध्यान हटाने के लिए देश के लोगों को आपस में लड़ाने की साजिश हो रही है। जीवन में आवश्यक सभी वस्तुओं का दाम बेतहाशा बढ़ गया और इस और एक बार भी भाजपा नेताओं का ध्यान नहीं जा रहा है। आज देश के प्रधानमंत्री देश के नौजवानों को पिछले 9 वर्षों में 18 करोड़ नौकरी का वादा करके नौकरी तो नहीं दे सके लेकिन दुनिया में झूठ और ढकोसला का नगारा पिटवा रहें हैं। जाति गणना और आर्थिक सर्वेक्षण के पूरा होते ही भारतीय जनता पार्टी के झूठ का गुब्बारा फट जाएगा और लोगों के नजर में इनका आरक्षण विरोधी चेहरा उजागर हो जाएगा। जिस तरह भारतीय जनता पार्टी देश में आरक्षण समाप्त कर गरीबों का हक मारी करना चाहती है और अपने पूंजीपति मित्रों की मदद करना चाहती है, अब इस देश में वह चलने वाला नहीं है। नीतीश कुमार के पहल पर देश में विपक्षी पार्टियों का गठबंधन इंडिया का गठन हुआ है जो भाजपा के शासन की समाप्ति के दिशा में उठाया गया पहला और मजबूत कदम है। संवाददाता सम्मेलन में जिला  जदयू के मुख्यालय प्रभारी सुबोध कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी अनस रिजवान,डॉ ज्योति निर्मला, रंधीर कुमार,अशर्फी साहनी, धर्मदेव कुशवाहा, प्रमोद मिलिन्द, रज़ा अहमद,राज कुमार साह, मनोज कुशवाह, प्रेम पासवान,अरूण पासवान, रविन्द्र ठाकुर,अफरोज अहमद, ठाकुर राजीव सिंह, अब्दुल समद खान, मुकेश कुमार कुशवाहा,नरेन्द्र कुमार भगत, उमेश कापर,जमील अख्तर, हरिवंश नारायण सिंह,महेंद्र महतो, अब्दुल समद खान, मुकेश कुमार, तबरेज अंसारी, मृत्युजंय श्रीवास्तव, नरसिंह सिंह, संतोष कुमार साह, जितेंद्र दास आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

  

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