बेगूसराय में अनाथ बच्चों को मौलिक अधिकार के लिए नागरिक कल्याण समिति ने सर्वे सर्वेक्षण किया



नेहा कुमारी सिटी रिपोर्टर



बेगुसराय में अनाथ बच्चे के जीवन में मौलिक अधिकार से बंचित नहीं रहेगा इस के लिए नागरिक कल्याण संस्थान के निर्देशक संजय गौतम के नेतृत्व में  समाज के बंचित बच्चों के मौलिक अधिकार को प्राप्त दिलाने के लिए गांव में सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है जिसमें बच्चों के मौलिक अधिकार शिक्षा स्वास्थ्य भोजन सुरक्षा सामाजिक विकास इत्यादि हर बच्चों को मिलना चाहिये जो उसका मौलिक अधिकार है। संस्थान के निदेशक प्रों संजय गौतम के नेतृत्व में सूजा भर्रा गांव के मुसहरी टोला में विभिन्न बिन्दुओं को ध्यान देकर वैसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है जिसके माता पिता नहीं है या माता पिता में से किसी का देंहात हो गया है या माता पिता गंभीर बिमारी से कोई ग्रसित है या पिता लम्बें समय से जेल में है ऐसे आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों को मानवीय मूल्यों के साथ जो बाल अधिकार प्राप्त है उसे प्राथमिकता के साथ दिलवाना है  संस्थान के विधि सलाहकार शालिनी कुमारी ने कहा कि बच्चों को कानूनी मदद भी देते है साथ ही उनके कल्याण के लिए परवरिश योजना जो अठारह साल तक दो हजार रुपये मिलते है एंव एंस्पाउन्सरशीप जिसमें चार हजार रुपऐ प्रतिमाह तीन साल तक मिलते है जिसमें किसी आर्थिक रुप से कमजोर बच्चे के माता पिता में किसी का देंहात हो गया है उसे दिया जाता है सुजा भर्रा के मुसहरी में तीन परिवार के छः बच्चों को चिन्हित किया गया है जिसमें कुशेशवर सदा उम्र 44 बर्ष जो कैंसर से पीड़ित है एंव रुना देवी पति स्वं दिनेश सदा उम्र 35 बर्ष विधवा गरीब है इनके बच्चों को चिन्हित किया गया है जिसे जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा दिया जाता है मौके पर मीना  सुरेश फाउन्डेशन के कोडिनेटर मंयक कुमार ने कहा कि गांव के अनुसूचित जाति में पिछड़ा मुस्लिम में काफी ऐसे बच्चों की संख्या है जिसे समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की जरूरत है साथ ही जनप्रतिनिधि आगे आए ऐसे मौलिक अधिकार से वंचित बच्चों की सूची जिला प्रशासन को दें जिससे मौलिक अधिकार और अच्छे जीवन से कोई बच्चे दूर ना रह सकें इस अभियान में स्थानीय सुजा भर्रा के वार्ड सदस्य सेठो सदा भुट्टुसदा रौशन सिंह सभी साथ थें

  

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