गायघाट के बेरूआ ‌को टीबी मुक्त पंचायत घोषित होने पर डीएम ने मुखिया और पीएचसी प्रभारी को सम्मानित....


मुजफ्फरपुर : अस्पतालों के सफल संचालन एवं कुशल प्रबंधन के माध्यम से मरीज को ‌अस्पतालों में बेहतर एवं मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा बहाल कराने हेतु जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिया.


बैठक में जिलाधिकारी ने टीबी मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने तथा जन-जन में टीबी के विरुद्ध अभियान जारी रखने का निर्देश दिया. 


बैठक में अवगत कराया गया कि गायघाट के बेरूआ पंचायत ‌को  टीबी मुक्त पंचायत घोषित किया गया है. इस पंचायत की मुखिया उषा देवी को जिला पदाधिकारी द्वारा स्मृति चिह्न भेंट किया गया तथा प्रमाण पत्र दिया गया. साथ ही गायघाट प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को भी प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने प्रत्येक प्रखंड के न्यूनतम एक पंचायत को टीबी मुक्त बनाने तथा ‌इस महत्वपूर्ण अभियान में आम लोगों को भी सहयोग प्रदान करने का ‌आह्वान किया.


जिला पदाधिकारी ने आकांक्षी प्रखंड मुशहरी में संपूर्णता अभियान के सफल एवं सुचारू संपादन करने तथा ‌ लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के लिए इस अभियान में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मियों  जीविका, आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग की सराहना की है तथा धन्यवाद ज्ञापित किया है.


‌बैठक में जिला स्वास्थ्य प्रबंधक ने  ‌पीपीटी के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में पाया गया कि जिले के 36 नवनिर्मित भवनों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रारंभ की जा चुकी हैं साथ ही सदर अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजी के तहत 85 टेस्ट शुरू हैं। सदर अस्पताल में जिला पदाधिकारी की पहल पर अगस्त माह से आंख के भी ऑपरेशन की व्यवस्था सरकारी स्तर पर की गई है. अस्पताल में कई मरीजों का सफल ऑपरेशन भी किया गया है. साथ ही ईएनटी वार्ड‌ भी प्रारंभ है. जिला पदाधिकारी ने प्रत्येक प्रखंड के हेल्थ वेलनेस सेंटर में पांच पांच संस्थागत प्रसव कराने हेतु चिह्नित किया गया है. हर प्रखंडों के चार हेल्थ वेलनेस सेंटर पर इम्यूनाइजेशन कॉर्नर खोले गए हैं जहां बुधवार शुक्रवार के अलावे अन्य दिनों में भी टीकाकरण की सेवाएं दी जाएगी। संपूर्ण टीकाकरण में ‌ अगस्त माह में जिला की उपलब्धि 92% है। प्रखंड वार समीक्षा में पाया गया कि अगस्त माह में लक्ष्य के विरुद्ध बंदरा का128 प्रतिशत उपलब्धि ‌तथा औराई एवं मुरौल का भी सराहनीय उपलब्धि है.


जिला पदाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य प्रबंधक को अगली बैठक में बंदरा ,औराई ,मुरौल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक तथा बीसीएम को प्रशस्ति पत्र देने का निर्देश दिया. एएनसी ‌ की समीक्षा में पाया गया कि कटरा बंदरा मुरौल‌ बेहतर उपलब्धि रही है. कांटी की स्थिति निराशाजनक रही जिसके कारण जिला पदाधिकारी ने कांटी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से ‌ स्पष्टीकरण करने तथा नवंबर तक स्थिति सुधारने का सख्त निर्देश दिया। ‌‌ 90% से कम उपलब्धि वाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया। एनसीडी में ‌सुधारात्मक कार्रवाई के तहत जिला पदाधिकारी ने प्रत्येक प्रखंड के अधीन निम्न प्रदर्शन करने वाले तीन चार एएनएम को चिन्हित कर कार्रवाई करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया.


जिला पदाधिकारी ने जिले में डीपीओ आईसीडीएस के कार्य पर गहरी आपत्ति एवं नाराजगी प्रकट की गई। गौरतलब है कि ‌ संपूर्णता अभियान में जिला पदाधिकारी द्वारा दिये  गये निदेश एवं प्रदत्त दायित्व के बावजूद भी डीपीओ आईसीडीएस  एक दिन भी इस कार्य हेतु क्षेत्र में नहीं गई। साथ ही ‌ बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण की सुरक्षा एवं संरक्षा हेतु संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र  में भी  इनकी स्थिति बहुत खराब पायी गई। डीपीओ आईसीडीएस को बिना पूछे मुख्यालय नहीं छोड़ने की सख्त  हिदायत दी गई है तथा ‌विभागीय दायित्व के प्रति जवाबदेह रहने ‌ का निर्देश दिया गया है अन्यथा इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई हेतु प्रतिवेदित करने की चेतावनी दी गई है। स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में शून्य उपलब्धि वाले सीडीपीओ से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया है.


मुजफ्फरपुर से रुपेश कुमार

  

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