बेगूसराय आयुर्वैदिक अस्पताल में मर्म चिकित्सा के विधि से दर्जनों मरीज को किया गया इलाज


प्रशान्त कुमार ब्यूरो चीफ


बेगूसराय राजकीय अयोध्या शिवकुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय में मर्म चिकित्सा के माध्यम से "पेन मैनेजमेंट" किया जा रहा है । वुधवार को मर्म चिकित्सा किया गया जिसमें नई ओपीडी का शुभारंभ प्राचार्य डॉक्टर श्रीवास त्रिपाठी के द्वारा किया गया । इस ओपीडी के लिए मर्म चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉ रमण रंजन की पदस्थापना आयुर्वेद महाविद्यालय में की गई है। डॉ रमन रंजन की नई ओपीडी में  रोगियों की भरमार लगी रही जो विभिन्न तरह के दर्द से पीड़ित थे । उनकी चिकित्सा मर्म के माध्यम से की गई। डॉ रमण रंजन ने बताया कि प्राचीन आयुर्वेद में मर्म चिकित्सा का विधान है। हमारे शरीर में 107 मर्म स्थल हैं जो प्राण की ऊर्जा का स्थान है। शरीर में स्थित इन्हीं 'व्हाईटल पॉइंट्स' के मर्म को स्टिम्युलेट कर एवं मर्म में स्थित प्राण रूपी ऊर्जा का संचरण कर रोगों का इलाज किया जाता है। डॉक्टर रमन रंजन ने बताया कि खासकर पेन मैनेजमेंट में मर्म चिकित्सा बहुत ही प्रभावकारी है  एवं तत्काल लाभ करती है उन्होंने कहा कि इसके लिए मर्म स्थल को स्टिम्युलेट करने के साथ-साथ औषधियां भी दी जाती है जिससे यह तत्काल लाभ करता है। खासकर के 'फ्रोजन शोल्डर' अबबाहुक में यह बहुत ही लाभकारी है। प्राचार्य डॉक्टर श्रीनिवास त्रिपाठी ने इस अवसर पर मर्म चिकित्सा क्लिनिक का उद्घाटन करते हुए उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी और कहा कि हम हमारे लिए यह अत्यंत प्रसन्नता का क्षण है कि बेगूसराय में मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ के रूप में डॉक्टर रमण रंजन की पदस्थापना की गई है। तत्काल डॉ रमन रंजन बुधवार को अपनी ओपीडी में  चिकित्सा कार्य करेंगे ।मांग के अनुरूप उनकी ओपीडी बढ़ाई जा सकती है। महाविद्यालय उपाधीक्षक डॉक्टर दिलीप कुमार वर्मा, डॉक्टर लाल कौशल कुमार, डॉक्टर विजेंद्र कुमार, डॉ अखिलेश जायसवाल ,डॉक्टर भानु प्रताप राय, डॉक्टर संदीप गुप्ता, डॉक्टर संतोष कुमार आदि ने इस पर उपस्थित होकर उन्हें शुभकामनाएं दी

  

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