मधुबनी-इंटरनेशनल रिसर्च सेंटर गांधी रिसर्च फाउंडेशन के फेलोशिप में हुआ ई.कुमार प्रभात रंजन का चयन


* सतत ग्रामीण पुनर्निर्माण विषय में चयनित हो विकसित नेत्तृत्व क्षमता को देंगे ऊंचाई

* इस इंटरनेशनल रिसर्च फेलोशिप प्रोग्राम में प्रति वर्ष देश-दुनियां से सिर्फ 18 अभ्यार्थियों का होता है चयन 

किशोर क़ुमार ब्यूरो 

मधुबनी। कहते हैं जब किसी मनुष्य में कुछ कर गुजरने का जज्बा एवं जुनून विद्यमान हो और वह निष्ठा पूर्वक लगन के साथ किसी कार्य को ईमानदारी से करता है तो सफलता खुद ब खुद उसके चरण चूमने उसकी चौखट तक आ जाती है। जी हां, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड मुख्यालय पंचायत के रामपुर गांव निवासी शिक्षिका नीभा देवी आचार्य एवं वरिष्ठ पत्रकार गांधी मिश्र गगन के छोटे पुत्र ई. कुमार प्रभात रंजन उर्फ लक्की गांधी मिश्रा ने। 

एक सामान्य पृष्ठभूमि वाले परिवार से आने वाले ई. कुमार प्रभात रंजन वर्तमान में एबीपी न्यूज चैनल के मुख्यालय फिल्म सिटी नोयडा में मल्टी मीडिया प्रोड्यूसर के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने व्यस्ततम पद पर कार्यरत रहते हुए अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र "गांधी रिसर्च फाउंडेशन"  जलगांव, महाराष्ट्र के लिए पीजीडीएसआरआर (सतत ग्रामीण पुनर्निर्माण) विषय में रिसर्च करने लिए आयोजित लिखित परीक्षा और साक्षात्कार उतीर्ण कर संस्थान के निर्धारित 18 सीटों में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया है। इस एक वर्षीय रिसर्च फेलोशिप प्रोग्राम में फाउंडेशन के द्वारा इन्हें विकसित नेतृत्व क्षमता का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस रिसर्च प्रोग्राम के पांच महीने का प्रशिक्षण संस्थान में, चार महीने का देश के विभिन्न क्षेत्र में और तीन महीने का विदेश में सतत ग्रामीण पुनर्निर्माण विषय में उच्च वैश्विक विभिन्न संस्थाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद यहां विभिन्न क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाने का असवर भी प्रदान किया जाएगा। 

ई. कुमार प्रभात रंजन के परिजनों के अनुसार बचपन से पढ़ने-लिखने में बेहतर एवं कुछ नया कर सही मुकाम हासिल करने के लिए प्रयत्नशील व लगनशील रहे हैं। उनके बड़े भाई कुमार आशुतोष रंजन ने बताया कि प्रभात को 8वीं कक्षा एवं 10वीं कक्षा में कुल दो बार विज्ञान और तकनिकी मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा विज्ञान कांग्रेस छात्रवृत्ति ग्रांट भी मिली हुई है। वहीं, राजस्थान तकनिकी विश्वविद्यालय कोटा से सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद इनके उत्कृष्ट कार्य को लेकर इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया (स्वायत्त संस्थान, भारत सरकार) के द्वारा चार्टर्ड इंजिनियर की उपाधि दी जा चुकी है। साथ ही इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के एसोसिएट मेंबर और फिर कॉर्पोरेट मेंबरशिप भी प्रदान की गयी। शिक्षा के प्रति प्रयत्नशील रहने वाले ई. कुमार प्रभात रंजन ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन नई दिल्ली (आईआईएमसी, जेएनयु कैंपस) जैसे वैश्विक पत्रकारिता संस्थान से मास कॉम एवं गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार, हरियाणा से मास कॉम में स्नातकोत्तर भी किए हुए हैं।

  

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