बेगूसराय बरौनी रिफाइनरी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के मौके पर कवि गोष्ठी काआयोजन


प्रशान्त कुमार ब्यूरो चीफ



बेगुसराय में बरौनी रिफाइनरी में 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया । इसी दौरान 4 नवंबर से बरौनी रिफाइनरी के ऑफिसर क्लब में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के बैनर तले एक भव्य कवि गोष्ठी का आयोजन किया । इस कवि गोष्ठी में कविता पाठ के लिए प्रसिद्ध लेखक, कवि और साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित कवि  नीलोत्पल मृणाल प्रसिद्ध कवि  अशांत भोला, प्रफुल्ल मिश्रा ने  अपनी मनमोहक रचनाओं से इन कवियों ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध किए। आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख, सत्य प्रकाश, कार्यपालक निदेशक तकनीकी,कैलाश पति, कार्यपालक निदेशक परियोजना-आरएचक्यू  सुनील कुमार सिन्हा, मुख्य महाप्रबंधक परियोजना-आरएचक्यू, जी आर के मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक परियोजना,डॉ. प्रशांत राऊत, मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन,एस जी वेंकटेश, मुख्य महाप्रबंधक टीएस एवं एचएसई महाप्रबंधकगण, उपमहाप्रबंधकगण, ऑफिसर एसोसिएसन के प्रतिनिधि, बीटीएमयू के प्रतिनिधि, , टाउनशिप के निवासियों  एवं बरौनी रिफाइनरी  की अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलीत कर कवि गोष्ठी का उद्घाटन किए । इस कवि गोष्ठी  को देखने व सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख, बरौनी रिफाइनरी ने अपने संबोधन में कहा कि “किसी देश की संस्कृति और सभ्यता को जानने के लिए वहॉं के साहित्य का सम्पूर्ण रुप से अध्ययन आवश्यक होता है । साहित्य, देश, जाति, व्यक्ति के विकास का स्रोत  है जिसे काव्य धारा द्वारा जीवंत किया जा सकता है । कविगण कविताओं एवं अन्य माध्यम से जहॉं एक ओर आनंद की हिलोरें मन मस्तिष्क में पहुँचाते हैं वहीं कविताऍं मानव को कुछ क्षणों के लिए तनाव मुक्त करती हैं क्योंकि आज के इस प्रतियोगिता के दौर में  हर मानव कहीं न कहीं तनावग्रस्त दिखता है और यही हमारी जीवन शैली बनती जा रही है। हास-परिहास प्रसन्नता की एक सरल और सहज अभिव्यक्ति है, जिसे बड़ी आसानी से समाज के हर तबके के लोग समझ सकते हैं ”।

  

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