मधुबनी-चिह्नित जगहों पर आशा खोजेंगी कालाजार मरीज,दिया जाएगा प्रशिक्षण


किशोर क़ुमार ब्यूरो 

मधुबनी-जिले में कालाजार रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा। कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत जिले की आशा कार्यकर्ता कालाजार मरीजों की खोज करेंगी । इसके लिए आशा कार्यकर्ता को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि लक्षण व पहचान के आधार पर मरीजों को आसानी से पहचान सकें। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार झा ने बताया भारत सरकार द्वारा प्राप्त  कालाजार  उन्मूलन लक्ष्य को आगे भी उसी स्तर पर बनाए रखने के लिए कालाजार, पीकेडीएल, एचआईवी वीएल के छुपे हुए रोगियों की घर-घर खोज कर समय पर जांच एवं उपचार सुनिश्चित करने का निर्देश राज्य स्तर से प्राप्त हुआ है। वर्ष 2020, 21, 22 एवं मई 23 तक में प्रतिवेदित कालाजार मरीजों के घर के चारों दिशा में अवस्थित 50-50 घरों अधिकतम ( 200 से 250) घरों में घर-घर कालाजार, पीकेडीएल ,एचआईवी वी एल के घरों के पास मरीजों की खोज की जानी है। खोज के दौरान 15 अथवा 15 दिनों से अधिक बुखार से पीड़ित व्यक्तियों जिन्होंने बुखार के दौरान मलेरिया की दवा अथवा एंटीबायोटिक दवा का सेवन किया हो उनके बाद भी बुखार ठीक ना हुआ हो वैसे मरीजों की आर के 39 किट द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की जाएगी। डॉ झा ने बताया कालाजार प्रभावित गांव में कालाजार रोगी की पहचान की जानी है । इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। सम्बन्धित कर्मी प्रखंड स्तर पर आशा को प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण के बाद आशा अपने क्षेत्र में दी गयी समयावधि में सभी घरों में कालाजार के लक्षण वाले  मरीजों को खोजेगी एवं प्रतिदिन की रिपोर्ट अपने आशा फैसिलिटेटर को देगीं। वहीं केटीएस और केबीसी  लक्षण वाले कालाजार रोगियों का सत्यापन कर उसकी जांच को सुनिश्चित करवाएंगी। आशा फैसिलिटेटर आशा के द्वारा किए जा रहे कार्यों पर नजर रखेंगी। प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक घर-घर कालाजार खोज कार्यक्रम की निगरानी एवं अपने प्रखंड के कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षक एवं जिला सामुदायिक उत्प्रेरक को ब्यौरा उपलब्ध कराएंगे। आशा कालाजार के  लक्षण वाले मरीज को पी एच सी रेफर करेंगी।


जिले में कालाजार मरीजों की स्थिति:


आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2020 में वीएल 23, पीकेडीएल 1, एचआईवी वीएल 2,वर्ष 2021 में वीएल 15, पीकेडीएल 4, एचआईवी वीएल 3,वर्ष 2023 में वीएल 1, पीकेडीएल 1, एचआईवी वीएल 0 मरीज अबतक पाए गए।


कालाजार मरीजों को मिलती है प्रोत्साहन राशि:


जिला वेक्टर नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार झा ने बताया कालाजार मरीजों को  मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के अंतर्गत  6600 रुपैया एवं भारत सरकार की तरफ से 500 रु की राशि देने का प्रावधान है । जबकि पीकेडीएल के मरीज को इलाज के बाद एकमुश्त 4000 रुपये की राशि दी जाती है।


कैसे होगी कालाजार रोगियों की पहचान:

वैसे मरीज कालाजार के रोगी हो सकते हैं जिन्हें

•15 दिन से ज्यादा से बुखार हो

•जिन्हें भूख नहीं लगती हो, उदर बड़ा हो रहा हो

•जिनका वजन लगातार कम हो रहा हो

•शरीर का काला पड़ रहा हो

•वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार न हो पर उनके शरीर पर दाग हो और पूर्व में कालाजार के रोगी रह चुके हों।

  

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