प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मनाया गया महा शिवरात्रि



• कार्यक्रम में पहुंची बी.के. राज दादी ने की ध्वजारोहण


रक्सौल- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की नागा रोड वार्ड-22 स्थित उप शाखा रक्सौल में महा शिवरात्रि पर्व को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में महा शिवरात्रि पर्व की कई आध्यात्मिक अर्थ भी बताया गया। बताया गया की शिव और शंकर अर्थ अलग–अलग है, शिव कल्याण कारी है, शंकर विनाशकारी, शिव निराकारी परमात्मा, है शंकर अकारी देवता है, शिव को परमात्मये नम: कहा जाता है, शंकर को देवताये नम: कहा जाता है, शिवरात्रि अर्थात पापचार्य अत्याचार्य अति गलानी के समय इस कलयुग रूपी रात में शिव परमात्मा का अवतरण होता है। इस संसार को महा परिवर्तन के लिए उसके ही यादगार में शिवरात्रि पर्व मनाते है। कार्यक्रम में संस्था की हेड जॉन इंचार्ज बी.के राज दादी जी ने संबोधित करते हुए कहा कि निराकार ज्योति बिंदु स्वरूप परम पिता परमात्मा शिव का इस धरा पर दिव्य अवतरण हो चुका है विश्व परिवर्तन के लिए ये परमात्मा का इशारा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रक्सौल के उप सभापति प्रतिनिधि राकेश कुशवाहा, समाज सेवी शिवपूजन सिंह, महेश अग्रवाल,  साइमन सर, रजनीश प्रियदर्शी, ज्योतिराज गुप्ता, सहित रक्सौल शहर की कई शिव प्रेमी ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। मंच संचालन गुणराज भाई जी ने किया। कार्यक्रम के अंत में शिवरात्रि पर्व पर संस्था का ध्वजारोहण किया गया। साथ में सभी के लिए ब्रह्मा भोजन के साथ साथ ईश्वरीय सौगात भी दी गई। मौके पर उप निर्देशिका किरण दीदी जी, कुसुम दीदी, रामसिंह भाई जी, रवीना दीदी जी, रक्सौल शाखा इंचार्ज ज्ञानू बहन, निलेश भाई आदि मौजूद रहे।

  

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