मधुबनी-टीबी उनन्मूलन अभियान के तहत कार्यक्रम के तहत मासिक समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन

-निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से कर सकते हैं संपर्क हेल्प लाइन नंबर हुआ जारी

-मार्च में 464 टीबी के मरीज चिन्हित 

किशोर कुमार ब्यूरो 

मधुबनी-प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत वर्ष 2025 तक टीबी जैसी संक्रामक बीमारी को जड़ से खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम को लेकर एएनएम सभागार में मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया बैठक के दौरान सीडीओ डॉ जीएम ठाकुर  ने बताया कि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से टीबी मरीजों की लगातार पर्यवेक्षण/निगरानी कर रहा है। उन्होंने बताया जिले के सभी सक्रिय हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर 24 मार्च से 13 अप्रैल तक सघन टीबी खोज अभियान चलाया जा रहा है. मार्च माह में 464 मरीजों की खोज की गई जिसमें 203 पब्लिक प्लेस पर तथा 251 प्राइवेट संस्थानों से वही 10 एमडीआर के मरीज को चिन्हित किया गया है. देश में टीबी मरीज़ों की संख्या बढ़ने का मुख्य कारण यह भी है कि अधिकतर मरीज बीच में ही इलाज एवं नियमित रूप से दवा का सेवन करना छोड़ देते हैं। इसीलिए विभाग द्वारा निक्षय मित्र योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत मरीजों को गोद लिया जाता है. जिसके लिए सरकार और विभाग अपने स्तर से पूरी तरह से प्रयासरत है। लेकिन अब एक दूसरे को जागरूक होने की आवश्यकता है। ताकि टीबी के खिलाफ लड़ाई में आसानी से विजय प्राप्त किया जा सके।

निराश होने से पूर्व आएं सरकारी अस्पताल कराएं अपने टीबी का इलाज़: सीडीओ

संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. जीएम ठाकुर ने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी इलाज से लेकर जांच तक की व्यवस्था बिल्कुल निःशुल्क है। सबसे ख़ास बात यह है कि दवाओं के साथ टीबी के मरीज को पौष्टिक आहार के लिए पांच सौ रुपये प्रतिमाह सहायता राशि भी दी जाती है। इसके बावजूद देखा जा रहा है कि कुछ लोग इलाज कराने के लिए बड़े-बड़े निजी अस्पतालों या फिर बड़े शहर की ओर रुख कर जाते हैं। हालांकि फिर वहां से निराश होकर संबंधित जिले के सरकारी अस्पतालों की शरण में ही आना पड़ता है। आपको जैसे ही टीबी के बारे में पता चलता है तो सबसे पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल जाकर जांच कराएं। जिले में अब टीबी के इलाज के साथ मुकम्मल निगरानी और अनुश्रवण की व्यवस्था की जाती है।

क्षेत्र के सभी वर्गों से निक्षय मित्र बनाने को लेकर की गई अपील:

डीपीसी पंकज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र योजना में स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों सहित कई अन्य के द्वारा टीबी मरीजों को गोद लिया गया है.

निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से कर सकते हैं संपर्क:

निक्षय मित्र बनने के लिए अपने जिला यक्ष्मा केंद से संपर्क स्थापित किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay. in पर लॉगिन करने के बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र पंजीयन फॉर्म पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी देने के बाद ही इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा निक्षय हेल्प लाइन नंबर- 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी।

  

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