परीक्षा से वंचित छात्रा पहुँची मानवाधिकार आयोग : शिक्षा पदाधिकारी और केंद्राधीक्षक के विरुद्ध शिकायत दर्ज!



मुजफ्फरपुर : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित इंटर परीक्षा में जिले की एक छात्रा को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। मामला जिले के नितीश्वर महाविद्यालय परीक्षा केंद्र का है, जहाँ समय से पहले ही मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया। पीड़ित छात्रा रत्न प्रिया ने बताया कि वह समय पर पहुँच गई थी, लेकिन परीक्षा केंद्र पर पहुँचते ही देखा कि मुख्य द्वार बंद किया जा रहा था, जबकि घड़ी में 5 मिनट समय बचा था। उपस्थित पुलिसकर्मियों तथा केन्द्राधीक्षक स्वयं ने उसे अंदर प्रवेश करने से रोक दिया जबकि उससे आगे वाले विद्यार्थियों को प्रवेश करने दिया गया था। सिर्फ उसे ही परीक्षा से वंचित कर दिया गया। उसने काफी मिन्नत की लेकिन उसे द्वार के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। पीड़िता के द्वारा परीक्षा केंद्र से ही जिला शिक्षा पदाधिकारी के मोबाइल नंबर पर कॉल किया गया, लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कुछ भी सुनने से साफ इंकार कर दिया। पीड़ित छात्रा ने मामले में मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से जिला शिक्षा पदाधिकारी व नितीश्वर महाविद्यालय के केंद्राधीक्षक के विरुद्ध राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग में परिवाद दायर किया है। मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा ने बताया कि यह मामला मानवाधिकार उल्लंघन के अतिगंभीर कोटि का मामला है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा परिस्थिति से अवगत होने के बावजूद कोई पहल नहीं करने के कारण एक छात्रा का एक वर्ष का महत्वपूर्ण समय बर्बाद हो गया, जो कही से भी उचित नहीं है। बहरहाल पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए आयोग में परिवाद दर्ज कराया गया है.


रिपोर्ट/रुपेश कुमार

  

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