बिहार की क्षेत्रीय भाषा अंगिका के सुपरस्टार हीरो राजन कुमार ने सरकार की फ़िल्म नीति का किया स्वागत।

मुंगेर/बिहार।


विश्वमोहन कुमार विधान।



फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 को मंजूरी मिलने पर राजन कुमार ने बेपनाह खुशी व्यक्त की और बिहार सरकार का आभार जताया।बिहार की बहुप्रतीक्षित फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 को राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल गई है।इस महत्वपूर्ण कदम से बिहार में फिल्म निर्माण को काफी प्रोत्साहन मिलेगा और फिल्म इंडस्ट्री को नई बुलंदियों पर ले जाने का रास्ता साफ होगा। क्षेत्रीय भाषा अंगिका के सुपर स्टार हीरो राजन कुमार ने इस महत्वपूर्ण फैसले पर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा किया है।साथ ही हीरो राजन कुमार ने बिहार सरकार के आर्ट कल्चर ऐंड यूथ डिपार्टमेंट,माननीय मंत्री विजय कुमार सिन्हा,

अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर को धन्यवाद दिया है। 


हिंदी फ़िल्म"शहर मसीहा नहीं" को बनाकर मुंगेर को पहली हिंदी फ़िल्म देने वाले मल्टी टैलेंटेड हीरो राजन कुमार ने खुशी जाहिर की है कि बिहार को अब फिल्मो के माध्यम से भी रोजगार मिलेगा।फ़िल्म का बाजार बहुत बड़ा है।हर कोई फिल्मो में काम करना चाहता है।हर कोई अपने आप को एंटरटेन करना चाहता है ऐसे में फ़िल्म एक अच्छा माध्यम है जो इंसान को मनोरंजन देता है।यही वजह है कि बिहार बहुत दिनों से इन्तेजार कर रहा था कि कब फ़िल्म नीति आए और फ़िल्म नीति 2024 के आते ही खास तौर पर बिहार के सभी कलाकारों और निर्माताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है।हीरो राजन कुमार को भी बधाईयां मिल रही हैं, उनकी टीम ने पेंडिंग कार्यो पर काम करना शुरू किया है। 


हीरो राजन कुमार ने कहा कि इन्तेजार की घड़ियां लंबी थीं लेकिन खुशी है कि अब बिहार में अच्छी फिल्में बनेंगी और यहां के कलाकारों को भी रोजगार मिलेगा।बाफ्टा हर कलाकार और फिल्मकार के साथ है।


मुंगेर में फ़िल्म का स्कोप इसलिए बहुत अच्छा है क्योंकि पिछले दस वर्षो से बाफ्टा (बिहार फ़िल्म एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन ट्रस्ट) जैसी संस्था चल रही है जिसका नेतृत्व हीरो राजन कुमार कर रहे हैं।यहाँ के कलाकारों के हुनर को शुरू से तराशा जा रहा है,उनको प्रशिक्षित किया जा रहा है।बाफ्टा ने कई फिल्मों का निर्माण भी किया है।मुंगेर को पहली हिंदी फिल्म शहर मसीहा नहीं भी उसी संस्था ने दी जो डॉ अरुणेंद्र भारती के उपन्यास पर आधारित है।मुंगेर के विजय सिनेमा में 50 दिनों तक यह फ़िल्म प्रदर्शित की गई।सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट हासिल करने वाली यह ऐसी फ़िल्म है जिसका व्यापक प्रभाव पड़ा।उसके बाद बाफ्टा ने नमस्ते बिहार जैसी फीचर फिल्म बनाई और बहुत सारी शार्ट फिल्मो का निर्माण किया।फ़िल्म बनाने में काफी पैसे लगते हैं, सैकड़ो कलाकारो और टेक्निशियन की टीम लगती है ऐसे में आने वाली फिल्मो में खगड़िया वाली भौजी मुंगेर वाला दूल्हा,हम सब गैंगस्टर शामिल हैं।सरकार ने जब यह अनुदान शुरू किया है तो यह सारी फिल्में आसानी से बन पाएंगी। 


राजन कुमार ने आगे बताया कि मुंगेर का लोकेशन बहुत शानदार है।यहां पहाड़ है,गंगा नदी है, बिहार का इकलौता ऐसा जिला है जिसका अपना किला है। 


राजन कुमार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।राजन कुमार इकलौते हीरो हैं जो मल्टी टास्कर हैं,तमाम कलाकारो के हित के लिए लगातार दशकों से काम करते आ रहे हैं।उनका प्रोडक्शन हाउस ओमकार फ़िल्म एंड टेलीविजन प्रोडक्शन मुम्बई में तो सक्रिय है ही,मुंगेर में भी रहकर बिहार के लिए भी काम करता है। फ़िल्म नीति की स्वीकृति के बाद सभी कलाकारों में खुशी की लहर है,मीटिंग चल रही है,लोगों ने केक काटकर सरकार की इस नीति का स्वागत किया है।आने वाले समय मे लोगों को रीजनल फिल्में देखने को मिलेंगी।सच मायने में अंगिका के सुपरस्टार हीरो राजन कुमार हैं, उनकी पकड़ उनकी भाषा शैली शुरू से ही लोगों को प्रभावित करती है।वह कई सारे ब्रांड के एम्बेसडर भी रहे हैं।इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के आइकॉन भी रहे हैं। 


राजन कुमार ने कहा कि फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 के आने से बिहार में फिल्म निर्माण को जबरदस्त प्रोत्साहन मिलने वाला है।स्थानीय प्रतिभाओं को मौके मिलेंगे और बिहार फिल्म निर्माण के सेंटर के तौर पर स्थापित होगा।इस नीति की मंजूरी से बिहार के फिल्म उद्योग को नई दिशा मिलती नजर आ रही है। यह पॉलिसी न सिर्फ फिल्म मेकर्स का हौसला बढ़ाएगी बल्कि क्षेत्रीय कलाकारों के लिए रोजगार के नए मौके भी देगी।


राजन कुमार ने बताया कि बिहार की समृद्ध सभ्यता सांस्कृति और टैलेंट को प्रोत्साहित करने की दिशा में यह फिल्म पॉलिसी एक नायाब पहल और तोहफा है। इससे बिहार में फिल्म मेकिंग को तेज रफ्तार मिलेगी।

  

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