स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगने से लड़कियों के चेहरे पर दिखी मुस्कुराहट।

पूर्णिया व कोशी डिविजन के 189 गांवों में लगाया गया सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन

पूर्णिया व कोशी डिविजन के 189 गांवों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगने से गांवों की महिलाओं एवं लड़कियों के चेहरे पर मुस्कान दिखता नजारा आ रहा है इसकी वजह नोबा जीएसआर के तहत चल रही 'संगिनी' मुहिम है जो ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं और लड़कियों को आसानी से उनके आंगन में सैनिटरी पैड उपलब्ध करा रही है जिसके दौरान अभी तक लाखों महिलाएं इस मुहिम का लाभ ले रही है, बता दें कि NOBA GSR यानि ‘नेतरहाट पूर्ववर्ती छात्र संगठन ग्लोबल सोशल रेस्पोंसिबिलिटी’ ने साल के अंत तक 350 गांवो में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसमे अभी तक 279 गांवो में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लग चुका है, और लगातार यह मशीन लग रहा है, वही नोबा प्रभारी रमेश चंद्र मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि पूर्णिया एवं कोसी डिवीजन में अभी तक 189 सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाया जा चुका है और इस सप्ताह के अंदर पूर्णिया एवं कोसी डिवीजन में 42 मशीन लगाया गया, आगे भी चिन्हित जगहों पर यह मशीन लगाया जा रहा है, संगिनी मुहिम के तहत इस मशीन द्वारा महिलाओं को आसानी से उनके गांव में ही 2 रुपए में ही सैनिटरी पैड उपलब्ध हो रहा है ताकि मासिक धर्म से होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिल सकें, इसके साथ गांव, स्कूलों में मासिक धर्म के प्रति जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है जिससे पीरियड से होने वाली बीमारियां की जानकारी व बचाव हो सके

NOBA GSR की 'संगिनी' मुहिम के बदौलत 189 गांवो के स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने से स्कूलों में लड़कियों की उपस्थिति में काफी वृद्धि हुई है जिनसे पहले लड़कियों को पीरियड के समय स्कूल आ पाना मुश्किल था अब वह स्कूल में ही ₹2 में ही सैनिटरी पैड उपयोग कर प्रतिदिन स्कूल आना उनके लिए संभव हुआ है

वही श्री मिश्रा ने बताया कि एसबीआई द्वारा 36.54 लाख का सहयोग 'संगिनी' मुहिम के लिए किया गया इसके लिए नोबा परिवार एसबीआई को धन्यवाद देता है, इसके साथ इस मुहीम में कई लोगो ने भी दान देकर इस मुहिम को सफल बनाया है इसके लिए मैं सभी दाताओं का आभारी हूं और अपील भी किया है कि इस मुहिम के साथ जुड़े और अपना सहयोग करें l

  

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