चुप रहो अन्यथा भीतर कर देंगे!- फरियादी के साथ थाने में बदसलूकी और पिटाई, पीड़ित परिवार ने कहा : एसएसपी से लगाएंगे न्याय की गुहार


मुजफ्फरपुर : सूबे के डीजीपी आरएस भठ्ठी के पुलिस की अनदेखी और अनसुनी कारनामे कही न कही से सामने आते रहता है, हालाकि पुलिस मुख्यालय ने बेहतर पुलिसनिंग व्यवस्था को लेकर थाना स्तर पर थानेदारों और पुलिसकर्मियों को कई तरह के निर्देश जारी कर रखे है ताकि थाना पहुंचने पर फरियादियों के साथ अच्छा व्यवहार किया जा सके साथ ही आमजनो से बेहतर संबंध और विश्वास बना सके, वही बेहतर संबंध बनाने को लेकर डीजीपी ने मिशन दस को जमीन पर उतारने की बात कही है कि पुलिस आम नागरिक का विश्वास हासिल कर सके. वही तिरहुत प्रक्षेत्र के आईजी शिवदीप लांडे भी संबंधित सभी थाना को निर्देश जारी कर रखे है की फरियादी जब थाना पर पहुंचे तो उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए. लेकिन इसके ठीक उलटा मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना में देखने को मिला. जहा थानाध्यक्ष पर फरियादियों के साथ बदसलूकी और पिटाई का आरोप लगाया गया. बताया गया की गायघाट थाना में पीड़ित परिवार गांव के ही आपसी मारपीट को लेकर आवेदन देने थाने पहुंचा. लेकिन पुलिसिया जुल्म का शिकार हो गया. पीड़ित की माने तो पुलिस पर ये आरोप लगाया गया की आवेदन देने जब थाना पहुंचे थे तब युवती और उसके चचेरे भाई के साथ थानेदार ने गाली गलौज किया साथ ही धमकी दी और पिटाई भी किया.


जानकारी के अनुसार गायघाट थाना क्षेत्र के पटशर्मा की युवती काजल कुमारी व उसका चचेरा भाई रामलाल पासवान अपने परिवार के साथ परोसी के साथ मारपीट करने के मामले की लेकर थाना पहुंची. लेकिन पुलिस समस्या का समाधान करने के बदला में फरियादियों के साथ बदसलूकी कर दिए.


गायघाट थाना पर शिकायत लेकर पहुंची काजल कुमारी ने बताया की घर पर चापाकल गड़वाने को लेकर उसका विवाद उसके ही पड़ोसी प्रभात पासवान व अन्य से हो गया.  जहां उसके पड़ोसी ने उसके साथ मारपीट की. जिसके बाद वो न्याय की आशा व उम्मीद लेकर गायघाट थाना पहुँची, परन्तु वहां पहले से ही उसके विपक्षी पहुंचे हुए थे. जिसके बाद थाने में उपस्थित पुलिस कर्मी से उसने अपनी बात कही, इतने में थानाध्यक्ष आग बबूला हो गए और शिकायतकर्ता काजल कुमारी को पुलिसिया रौब दिखाने लगे और शिकायत नहीं करने का दबाब बनाने लगे. जिस पर काजल के साथ आये उसके चचेरे भाई ने उनके व्यवहार पर आपत्ति जताई. इसके बाद थानाध्यक्ष ने शिकायतकर्ता युवती को महिला सिपाही के साथ ऊपर गार्ड बैरेक में जबरन भेजा और महिला पुलिस बल के माध्यम से डराने व धमकाने लगे. शिकायतकर्ता ने बताया कि इस क्रम में कई दफ़ा उसके साथ गाली गलौज भी की गई है. 


वही युवती के चचेरे भाई पटशर्मा निवासी रामलाल पासवान ने बताया कि मेरी बहन को जबरन ऊपर ले जाया गया, जबकि वो आवेदन लिखवाने आयी थी. जब मैंने इसका विरोध किया तो पुलिस अधिकारी ने अपशब्द बोलते हुए कहा कि चुप रहो अन्यथा भीतर कर देंगे. उसके बाद वो बलपूर्वक थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे की नज़र से दूर सिरिस्ता के अंदर वाले कक्ष में ले जाकर बेरहमी से पीटा, जिससे मेरे पैर में सुजन आ गई है साथ ही पैर की अंगुली भी फट गयी है। उसके बाद भी जबरन थाने के भीतर घंटो बैठा कर रखा गया. वही पीड़ित परिवार ने कहा कि एसएसपी के यहाँ जाकर न्याय की गुहार लगाएंगे.

  

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