बक्सर - भाजपा नेता पर जानलेवा हमले को लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश, चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी।।


रिपोर्ट- सुमंत सिंह, बक्सर।

दिनांक - 27/11/2022


बक्सर- सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सुशासन को लेकर दंभ भरते हुए ये कहना की "बिहार में बहार हैं क्योंकि यहां सुशासन की सरकार हैं" अब महज एक जुमला साबित होता नजर आ रहा है। क्योंकि आये दिन मारपीट, हत्या,  लूट जैसी जघन्य घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि से बिहारवासियों में  खौफ का माहौल कायम होता जा रहा हैं और वो अपने आप को बिल्कुल ही असुरक्षित महसूस करने को मजबूर होते दिख रहे है।

हालांकि प्रशासन द्वारा बढ़ते  अपराध को नियंत्रित करने हेतू कई तरह की रणनीतियों के तहत  कार्य किया जा रहा है। कारण चाहे जो भी हो मगर अपराधियों पर नकेल कसने में पुलिस पूरी तरह से विफल नजर आती है नतीजतन अपराधियों के हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद ही होते जा रहे है और वो बेखौफ किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम देने में जरा भी नहीं हिचकिचाते जिसका ताजा उदाहरण बक्सर में उस वक्त देखने को मिला जहां राजपुर प्रखंड निवासी वरिष्ठ नेता सह बीजेपी बिहार के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री हीरामन पासवान पर उस वक्त करीब सात से आठ लोगो ने लाठी डंडे से अचानक जानलेवा हमला कर दिया जब वो एक निजी कार्यक्रम से शुक्रवार की देर रात करीब साढ़े दस बजे अपने घर लौट रहे थे और वो तब तक उन्हें पीटते रहे जबतक की वो बेहोश होकर गिर  न गए और फिर वो उन्हें मृत समझ वहा से निकल लिए। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा उन्हें देर रात सदर अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका  प्राथमिक उपचार करने के बाद  बेहतर इलाज हेतू बीएचयू ट्रामा सेंटर बनारस रेफर कर दिया गया जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

वही इस मामले को लेकर भाजपा के पुर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने प्रेस वार्ता आयोजित कर 

बक्सर पुलिस प्रशासन को आगाह करते हुए कहा कि इस घटना में शामिल हमलावरों की जानकारी पुलिस को लिखित रूप में दिया जा चुका है और  पुलिस द्वारा उन्हें शीघ्र ही गिरफ्तार कर उन्हें उनको अंजामो तक पहुंचाया जाय वरना भारतीय जनता पार्टी इस मामले को लेकर बक्सर के सड़को से लेकर सदन तक चरणबद्ध आंदोलन करने को मजबूर हो जायेगी।

वही उन्होंने महागठबंधन की सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जब - जब बिहार में महागठबंधन की सरकार आई है तब-तब सरकार में शामिल राजद द्वारा बेखौफ तांडव शुरू किया गया है और प्रशासन को मूकदर्शक बना दिया गया है। 

वही उन्होंने डुमरांव अनुमंडल के कोपवा गांव निवासी यमुना सिंह द्वारा कोरान सराय थाने में आत्महत्या मामले को लेकर भी  पुलिस प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा इस मामले पर उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए और इस मामले में दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए उन्हें उनके अंजामों तक पहुंचाना चाहिए ताकि आम जनमानस के बीच कुछ सकारात्मक संदेश पहुंचे। साथ ही उन्होंने एससी एसटी/एक्ट को लेकर अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगो से अपील करते हुए कहा कि एससी/एसटी एक्ट एक ब्रम्हास्त्र हैं और इसे विकट परिस्थिति में ही इस्तेमाल करे।

  

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